वैज्ञानिक विधि से बन रहा कुमाऊं का पहला कूड़ा निस्तारण केंद्र

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RGA न्यूज़ उत्तराखंड कुमायूं

 कुमाऊं का पहला वैज्ञानिक विधि से बनने वाले कूड़ा निस्तारण कें...

कुमाऊं का पहला वैज्ञानिक विधि से बनने वाले कूड़ा निस्तारण केंद्र का काम लगभग खत्म होने वाला है। जल्द ही नगर की सबसे बड़ी समस्या बना कूड़े का समाधान हो जाएगा। वैज्ञानिक विधि से बनने वाले इस ट्रंचिग ग्राउंड की लागत 78.66 लाख रुपये है। बागेश्वर में कूड़ा निस्तारण सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रहा हैं। ट्रंचिग ग्राउंड नहीं होने के कारण कूड़े का निस्तारण करने में नगरपालिका व नगर पंचायत को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यालय में ही आज तक ट्रंचिग ग्राउंड नहीं खोजा गया है। नगर पंचायत कपकोट में ट्रंचिग ग्राउंड मिलने के बाद अब लोगों को कूड़े की समस्या का समाधान होने की उम्मीद जगी है। नगर पंचायत के खाईबगड़ में कूड़ा निस्तारण केंद्र के निर्माण की कार्रवाई तेजी से शुरू हो गई है। नगर पंचायत में यह ट्रंचिग ग्राउंड 11 नाली भूमि में बन रहा हैं। कूड़ा निस्तारण के लिए दो मशीनें भी पहुंच गई है। अन्य गाड़ियां आदि भी जल्द पहुंच जाएगा। ट्रंचिग ग्राउंड का निर्माण कार्य युद्धस्तर से चल रहा हैं। नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी राजदेव जायसी ने बताया कि अभी शासन से 13.35 लाख रुपये पहली किश्त के रूप में मिला हैं। जल्द ही बाकि धनराशि भी मिल जाएगी

जैविक व अजैविक कूड़ा आसानी से होगा निस्तारित कपकोट: ट्रचिग ग्राउंड में कंपोस्ट मशीन, वेस्ट सेपरेटर व प्लास्टिक रिसाइकिलिग मशीने लगेंगी। यहां पर अब आसानी से जैविक व अजैविक कूड़े को अलग-अलग किया जा सकेगा। इसके अलावा अजैविक कूड़े का निस्तारण भी कंपोस्ट मशीन के जरिए किया जाएगा। जैविक कूड़ा खाद आदि बनाने के लिए प्रयोग में लाया जाएगा। ----

कूड़ा निस्तारण केंद्र ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक था। लंबे समय से जगह चयन की जा रही थी। बजट मिलते ही कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। बरसात के बाद यह कूड़ा निस्तारण केंद्र शुरू कर दिया जाएगा। -गोविद सिंह बिष्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष, कपकोट

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