संपादकीय

आज दोपहर में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहेगा, जानें आगामी दिनों का मौसम

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Prayagraj Weather News आज महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। आप भी जानें कि आज दोपहर में प्रयागराज का मौसम कैसा रहेगा। मौसम विभाग ने आज दोपहर में मौसम खुला होने और सूर्य की तल्‍ख किरणों के कारण गर्मी होने का अनुमान ल

Prayagraj Allahabad Weather News: महाशिवरात्रि के दिन आज दोपहर में गर्मी रहेगी। ऐसा मौसम विभाग का अनुमान है।

पंडित राधेश्याम कथावाचक का संक्षिप्त परिचय एवं इतिहास

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बरेली :- राधेश्याम का जन्म 25 नवम्बर 1890 को संयुक्त प्रान्त आगरा व अवध में बरेली शहर के बिहारीपुर मोहल्ले में पण्डित बांकेलाल के यहाँ हुआ था। केवल 17-18 की आयु में ही उन्होंने सहज भाव से राधेश्याम रामायण की रचना कर ली थी। यह रामायण अपनी मधुर गायन शैली के कारण शहर कस्बे से लेकर गाँव-गाँव और घर-घर आम जनता में इतनी अधिक लोकप्रिय हुई कि उनके जीवनकाल में ही उसकी हिन्दी-उर्दू में कुल मिलाकर पौने दो करोड़ से ज्यादा प्रतियाँ छपकर बिक चुकी थीं। रामकथा वाचन की शैली पर मुग्ध होकर मोतीलाल नेहरू ने उन्हें इलाहाबाद अपने निवास पर बुलाकर चालीस दिनों तक कथा सुनी थी। 1922 के लाहौर विश्व धर्म सम्मेलन का शुभा

यूपी विधानसभा चुनाव 2022: मतदान में पुरुषों से अधिक भागीदारी निभा रहीं महिलाएं, जाने विस्‍तार से

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मतदान में महिलाएं पीछे नहीं हैं। 2017 के विधानसना चुनावों में भी महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा दमखम दिखाया था। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले चुनावों के जिले में 63.63 फीसद महिलाओं ने मतदान किया था।

2017 के विधानसना चुनावों में भी महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा दमखम दिखाया था।

अटूट हैं भारत और इजरायल के रिश्‍ते, जानिए- इस ताकतवर देश से जुड़े महत्‍वपूर्ण तथ्‍य

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इजरायल के नए प्रधानमंत्री नाफ्ताली बेनेट ने भारत के साथ बेहतर संबंध कायम रखने की इच्छा जताई है।

यहूदी ईसाई और मुसलमान यानी एक पुस्तक और एक ईश्वर में विश्वास करने वाले सभी मतावलंबियों की जन्मस्थली रहे इस देश के कोने-कोने में इतिहास बिखरा पड़ा है। एक ऐसा इतिहास जिस पर ये तीनों मत अपना अधिकार समझते और जताते हैं।

इस्‍लामी जगत की हिंसा पर मौन वर्ल्‍ड मीडिया, राजनीति-मजहबी विचार तंत्र को कठघरे में खड़ा करने की जरूरत

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यह आश्चर्य है कि अफगानिस्तान, सीरिया, इराक आदि देशों के संहार दुनिया के मीडिया में कोई खास समाचार नहीं बनते।

कम से कम गैर मुसलमानों को तो ध्यान देना चाहिए। उन्हें अपने और आम मुसलमानों के भी हित में उस संपूर्ण राजनीतिक-मजहबी विचार तंत्र को कठघरे में खड़ा करना चाहिए जो सालाना हजारों निरीह लोगों की बलि लेता है।

दुनिया के तमाम देशों में देर-सवेर बिटक्वाइन को वैधता मिलने की जगी उम्मीद

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पिछले साल से क्रिप्टोकरेंसी में जबरदस्त तेजी रही है।

वर्चुअल करेंसी तकनीक पर भारत सरकार भी अब अपना रुख बदल रही है हाल ही में अल सल्वाडोर की संसद द्वारा बिटक्वाइन को वैध मुद्रा के रूप में मंजूरी दे दी गई है। पहली बार इस मुद्रा को किसी देश में कानूनी रूप से लेन-देन की स्वीकार्यता मिलेगी।

जानिए कैसे औरंगजेब से हार कर भी जीत गए संभाजी महाराज

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भारतीय इतिहास के एक ऐसे नायक की कहानी है, जिसका सही रूप में मूल्यांकन नहीं किया गया...

संभाजी ने महज 32 साल की उम्र में मातृभूमि के लिए खुद का उत्सर्ग कर दिया लेकिन वे जब तक जिए शेर की तरह रहे। विश्वास पाटिल ने भारतीय इतिहास के इस कालखंड की कहानी को शेर के नजरिए से लिखने की कोशिश की है।

उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा- कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की पूरी है तैयारी

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उत्‍तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता बढ़ाने में सफलता मिली।

प्रयागराज प्रवास के दौरान यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मेडिकल ऑक्सीजन की खपत उत्तर प्रदेश में कोविंड टू के दौरान 300 मीट्रिक टन प्रतिदिन थी। कोरोना के पीक समय पर 1200 मीट्रिक टन खपत पहुंच गई।

कोवैक्सीन की तुलना में कोविशील्ड बनाती है अधिक एंटीबडी, भारत बायोटेक ने जताई आपत्ति; जानें क्या कहा

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कोविशील्ड-कोवैक्सीन की तुलनात्मक अध्ययन रिपोर्ट में हैं कई गलतियां: भारत बायोटेक

कोविशील्ड को कोवैक्सीन की तुलना में बेहतर बताने वाले तुलनात्मक अध्ययन पर भारत बायोटेक ने ऐतराज जताया और कहा कि इस रिपोर्ट में अनेकों गलतियां हैं। कोवैक्सीन भारत बायोटेक ने विकसित किया है वहीं कोविशील्ड भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ने बनाया है

फालतू की याचिकाओं पर फैसले: जब तक निरर्थक याचिकाओं पर सुनवाई होती रहेगी, तब तक वे अदालतों में दायर भी होती रहेंगी

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फालतू की याचिकाओं के कारण समय की बर्बादी होती है।

जब तक सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट फालतू की याचिकाओं को न सुनने का कोई तंत्र विकसित नहीं करते तब तक उन्हें ऐसी याचिकाओं से मुक्ति मिलने वाली नहीं है। यह किसी से छिपा नहीं कि कुछ लोग याचिकाबाज में तब्दील हो चुके हैं

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