धर्मेंद्र प्रधान की बढ़ेगी भूमिका, अरुण जैन संभालेंगे राजनीतिक 

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विधानसभा चुनाव की दृष्टि से भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य और केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की प्रदेश में सक्रियता बढ़ा सकती है।

RGA न्यूज भोपाल 

भोपाल। विधानसभा चुनाव की दृष्टि से भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य और केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की प्रदेश में सक्रियता बढ़ा सकती है। मप्र कोटे से राज्यसभा में पहुंचे प्रधान को अहम जिम्मेदारी दिए जाने पर भी मंथन चल रहा है। 15 मई के बाद इस पर फैसला होने की संभावना है। वहीं संघ की ओर से राजनीतिक समन्वय का काम पूर्व क्षेत्र प्रचारक अरुण जैन ही संभालेंगे। सूत्रों का कहना है कि लंबे समय से वे मप्र-छग का काम देख रहे हैं, इसलिए आने वाले चुनाव तक राजनीतिक निर्णय वही लेंगे।

भाजपा हाईकमान केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बड़ी जिम्मेदारी देने पर विचार कर रही है। यह जिम्मेदारी मध्यप्रदेश या उड़ीसा दोनों में से एक राज्य की हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक प्रधान को मप्र से राज्यसभा में भेजा गया है, इस नाते एक विचार ये भी है कि उन्हें विधानसभा चुनाव के नजरिए से प्रदेश में सक्रिय किया जाए। भूमिका उनकी क्या होगी, इस बारे में अभी कोई निर्णय जैसी स्थिति नहीं बनी है। हालांकि माना जा रहा है कि प्रदेशप्रभारी या सह चुनाव प्रभारी की हैसियत से प्रदेश में उन्हें भेजा जा सकता है।

प्रधान को उड़ीसा में मुख्यमंत्री का चेहरा भी बना सकते हैं दूसरा विचार यह भी है कि प्रधान को उड़ीसा में मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया जाए। फिलहाल लंबे समय से उड़ीसा में बीजद की सरकार है। भाजपा इस बार वहां महाराष्ट्र की तर्ज पर अकेले चुनाव लड़ना चाहती है। इसके मद्देनजर प्रधान का इस्तेमाल उड़ीसा में भी किया जा सकता है। पार्टी हाईकमान जो भी निर्णय लेगा, वह कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद ही लेगा। पार्टी ने प्रधान को अभी तक मप्र में कोई जिला भी आवंटित नहीं किया है। बाकी सारे राज्यसभा सदस्यों को पार्टी ने एक-एक जिले की जवाबदारी सौंप रखी है।

जैन को प्रचार प्रमुख तो बनाया पर मुख्यालय भोपाल ही रखा

उधर, मप्र-छग के क्षेत्र प्रचारक रहे अरुण जैन का संघ ने दायित्व तो बड़ा देकर उन्हें राष्ट्रीय सह प्रचार प्रमुख बना दिया है, लेकिन उनका मुख्यालय भोपाल ही रखा गया है। इसकी वजह ये है कि आने वाले विधानसभा चुनाव तक संघ की ओर से समन्वय या राजनीतिक फैसले लेने का काम वे ही करते रहेंगे। भाजपा सूत्रों के मुताबिक जैन को मप्र में काम करते हुए लंबा समय हो गया है। इसके चलते उन्हें सामाजिक-राजनीतिक और भौगोलिक सभी तरह का अनुभव प्राप्त है, इसलिए उन्हें भोपाल में ही रखकर मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। नए क्षेत्र प्रचारक विजय बिस्पुते को फिलहाल जैन के साथ क्षेत्र को समझने के लिए कहा गया है।

संभागीय मुख्यालयों पर जाकर समीक्षा करेंगे प्रदेश भाजपा के नए मुखिया

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह मैदानी हकीकत जानने के लिए सभी संभागीय मुख्यालयों का दौरा करेंगे। यहां समीक्षा बैठकें भी होंगी, जिनमें जिलाध्यक्षों द्वारा किए गए कामकाज का हिसाब लिया जाएगा। इसमें संगठन बूथ कमेटी से लेकर पन्ना प्रभारी की तैनाती की प्रगति के बारे में भी पूछताछ करेगा। भाजपा सूत्रों के मुताबिक सिंह प्रदेश के सभी संभागों में कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और उनसे फीडबैक लेंगे। साथ ही संभाग के सभी जिलाध्यक्ष के साथ बैठक कर विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। पार्टी नेताओं के मुताबिक संगठन द्वारा सिंह की संभागीय बैठकों का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। लंबे समय से प्रदेश संगठन में बदलाव की खबरों के चलते कामकाज प्रभावित है। लगातार उपचुनाव फिर असमंजस के कारण पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार भी संभागीय मुख्यालयों में समीक्षा नहीं कर पाए थे। यही वजह है कि राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल साफ तौर पर कह गए थे कि बिना स्वागत सत्कार कराए नए मुखिया काम में जुट जाएं।

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