पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्‍ट काशी विश्‍वनाथ की तर्ज पर विकसित होगा उज्‍जैन का महाकालेश्‍वर मंदिर

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RGA न्यूज़ भोपाल

कमलनाथ सरकार ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर की तर्ज पर उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर परिसर को विकसित करने का निर्णय लिया है। ...

भोपाल:- उत्तर प्रदेश के वाराणसी में चल रहे काशी विश्वनाथ मंदिर गलियारे की परियोजना, जिसे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है को लेकर अक्सर विपक्षी दलों विशेष रूप से कांग्रेस आलोचना करती है। यह विडंबना है कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के विकास और विस्तार के लिए इस परियोजना को अब एक मॉडल के रूप में दोगुना विस्‍तार करने की उम्मीद की जा रही है। कमलनाथ सरकार ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर की तर्ज पर उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर परिसर को विकसित करने का निर्णय लिया है।

काशी विश्‍वनाथ मंदिर से ली प्रेरण

उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध मंदिर के आसपास के क्षेत्र में महाकालेश्वर मंदिर विकास योजना के तहत भूमि और भवन हासिल करने के लिए वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर मॉडल का अनुकरण किया जाएगा। मध्य प्रदेश के धार्मिक मामलों के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि पुराने कानून में उपयुक्त संशोधनों के माध्यम से नए महाकालेश्वर मंदिर अधिनियम का मसौदा तैयार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि उज्जैन की इस समृद्ध धार्मिक विरासत और संस्कृति पर विशेष ध्यान देने के साथ विकसित किया जाएगा। जिस तरह नरेंद्र मोदीजी ने कहा है कि काशी विश्वनाथ मंदिर को भव्य तरीके से विकसित कर रहे हैं, भले ही इसके लिए जमीन का अधिग्रहण करना पड़ी, ठीक उसी तर्ज पर कमलनाथ जी ने हमें महाकाल को भव्य रूप देने के लिए कहा है, भले ही भूमि अधिग्रहण करनी पड़े।

मंदिरों का करेंगे दौरा, करेंगे अध्‍ययन 
मध्य प्रदेश के शहरी विकास और आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि उज्जैन के जनप्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर, तिरुपति मंदिर और सोमनाथ मंदिर परिसर का दौरा करेगा और वहां के विकास और विस्तार कार्य का विस्तृत अध्ययन करेगा।

भाजपा ने किया समर्थन 
भाजपा कमलनाथ सरकार के फैसले का व्यापक समर्थन कर रही है। प्रतिपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने कहा कि यह भगवान शिव के ऊपर है कि वह किस प्रकार की बुद्धि लोगों को प्रदान करना चाहते हैं। यद्यपि कांग्रेस अब तक एक भ्रष्‍ट बुद्धि से ग्रस्त थी, लेकिन यह बहुत संभव है कि वे अब महाकाल के आशीर्वाद के साथ सुधार के रास्ते पर हैं। आखिरकार महाकाल एक ऐसे देवता हैं जो स्वयं मृत्यु को जीत सकते हैं।

कांग्रेस के कई नेताओं ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना पर पीएम मोदी की खिंचाई की थी, जिसमें कथित तौर पर मकानों को ध्वस्त करने का हवाला दिया गया था। मई 2019 में मुंबई कांग्रेस के पूर्व प्रमुख संजय निरुपम इसको लेकर पीएम मोदी की आलोचना की थी।  

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