कोई भी मोबाइल एप यूं ही न कर लें डाउनलोड, हो सकता है आपका खाता साफ

Praveen Upadhayay's picture

RGA न्यूज़ उत्तर प्रदेश आगरा

साइबर शातिर झांसे देकर कराते हैं एप डाउनलोड रिमोटली एक्सिस लेकर कर देते हैं खाते की रकम पार।...

आगरा:-अगर आप एंड्रॉयड फोन का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान रहें। लुभावने वादों में फंसकर कोई ऐसा एप डाउनलोड न करें जो आपको आर्थिक चोट पहुंचा दे। साइबर सेल में पिछले दिनों इस तरह के तमाम मामले आए हैं, जिनमें इसी तरह के एप डाउनलोड कराके साइबर शातिरों ने रकम निकाल ली। अब साइबर एक्सपर्ट इनसे रकम वापस कराने को माथापच्ची कर रहे हैं।

न्यू आगरा क्षेत्र में रहने वाले अरुण प्रताप सिंह ने 26 अगस्त को जोमेटो पर खाने का ऑर्डर दिया था। डिलीवरी देने वाले लड़के ने कॉल करके कह दिया कि वह ऑर्डर पूरा नहीं कर सकता। इसे रद कर दो। अरुण ने खाते से कटे 112 रुपये वापस करने को कहा। रुपये वापस न आने पर 31 अगस्त को उन्होंने जोमेटो की वेब साइट पर दिए नंबर पर कॉल की तो उसने कहा कि मोबाइल में एनी डेस्क एप डाउनलोड कर ओपन कर लो। एप डाउनलोड करने के बाद शातिर ने रुपये वापस करने का झांसा देकर उनके खाते से तीन बार में 13971 रुपये पार कर दिए। अरुण ने अब इसकी शिकायत साइबर सेल में की है। अरुण की तरह आए दिन कोई न कोई शातिरों के जाल में फंस जाता है।

मोबाइल को कर लेते हैं हैक

कोपरेरेट हाउस में रिमोटली एक्सिस एप का इस्तेमाल टीम को एक साथ जोड़कर तकनीकी कमियां दूर करने में किया जाता है। इनमें एनी डेस्क एप और टीम व्यूअर प्रमुख हैं। इन एप के माध्यम से अब साइबर शातिर लोगों के एंड्रॉयड फोन को रिमोटली एक्सिस (हैक) पर ले रहे हैं। इसके बाद वे सारी गोपनीय जानकारी हासिल करते हैं और नेट बैंकिंग से खातों से रकम भी पार कर रहे हैं।

ये बरतें सावधानी

  • किसी भी अंजान नंबर से आई कॉल पर बिना जांच पड़ताल किए भरोसा न करें।
  • लुभावनी बातों में आकर एप डाउनलोड न करें।
  • अपना एटीएम कार्ड नंबर और सीवीबी नंबर किसी को न बताएं।

ऐसे करते हैं रकम पार

साइबर शातिर अंजान नंबर से कॉल करके लोगों से लुभावनी बातें करके जाल में फंसाते हैं। उनसे कहते हैं कि एप डाउनलोड करने और कराने से वे घर बैठे रुपये कमा सकते हैं। डाउनलोड करने पर वे आकर्षक रकम देने का वादा भी करते हैं। लोग जाल में फंस जाते हैं। एप डाउनलोड करने पर वे साइबर शातिरों की बात पर भरोसा करके उनके द्वारा भेजे गए लिंक पर भी क्लिक कर लेते हैं। शातिर लोगों के खातों में रकम भेजने के नाम पर उनसे खातों का नंबर और सीवीवी नंबर भी हासिल कर लेते हैं। यह जानकारी मिलने के बाद वे चंद मिनटों में खातों से रकम निकाल लेते हैं।

News Category: 
Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.