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RGA न्यूज़ उत्तर प्रदेश आगरा
स्वामीजी की साधना स्थली है निधिवन। शाम को होगी सांस्कृतिक संध्या।..
आगरा:- संगीत सम्राट एवं ठाकुर बांकेबिहारी के प्राक्टयकर्ता स्वामी हरिदास का प्राकट्योत्सव शुक्रवार को उल्लासपूर्वक मनाया जा रहा है। स्वामीजी की साधना स्थली वृंदावन के निधिवन राज मंदिर में उनके विग्रह का पंचामृत से महाभिषेक किया तो टाटिया स्थान में महाभिषेक के साथ स्वामीजी की गुदड़ी और लकुटी का भक्तों को दर्शन करवाया। निधिवन राज मंदिर और टाटिया स्थान में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ दर्शन के लिए उमड़ पड़ी। टाटिया स्थान में राधारानी का जन्मोत्सव भी मनाया गया। महाभिषेक के बाद समाज गायन कर संतों ने स्वामीजी और राधारानी को बधाई दी।
हरिदासी परंपरा के टाटिया स्थान पर सुबह से ही राधा जमोत्सव और स्वामी हरिदास के प्राकट्योत्सव का उल्लास छाया था। भोर में ठाकुर मोहिनी बिहारी जी का महाभिषेक कर भाक्तो के दर्शन के लिए स्वामी हरिदास की गुदड़ी और लकुटी रखी गई। जिसके दर्शन को भक्तो की भीड़ लग गई। संतों ने समाज गायन कर स्वामीजी और राधारानी को मंगल बधाई दी। स्वमी हरिदास की साधना स्थली निधिवन राज मंदिर में सेवायत भिक्की गोस्वामी के सान्निध्य में भक्तों ने स्वामी हरिदास के विग्रह का पंचगव्य से महाभिषेक किया। तो भक्तों ने बधाई गायन कर स्वामीजी को रिझाया।
गूंज रहीं स्वरलहरियां
ठा. बांकेबिहारी के प्राकट्यकर्ता स्वामी हरिदास के जन्मोत्सव पर संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास संमिति द्वारा संगीत व नृत्य महोत्सव का दो दिवसीय आयोजन बन महाराज कॉलेज में चल रहा है। 150 साल की गौरवमयी परम्परा के साथ यह आयोजन देश का महत्वपूर्ण संगीत एवं नृत्य महोत्सव है। स्वामी हरिदास भारतीय शास्त्रीय संगीत के ऐसे सशक्त हस्ताक्षर रहे है कि उनकी श्रद्धा भक्ति से ठा. बांकेबिहारी अवतरित हो गए थे। शास्त्रीय संगीत की प्रमुख विद्या ध्रुपद धमार के जनक स्वामी हरिदास ने अपनी भक्ति से सम्राट अकबर को भी नतमस्तक कर दिया था। तानसेन एवं बैजू बावरा के गुरु स्वामीजी जब तानपुरा पर राग छेड़ते थे, तो प्रकृति भी झूम उठती थी। भारतीय शास्त्रीय संगीत कला और संस्कृति के विशेषज्ञों के लिए यह उत्सव तीर्थ के समान है। शुक्रवार सायं सूफी गायन के दूसरे दिन के आयोजन की शुरुआत होगी। सूफी गायक गाजी खान अपने सहयोगियों संग प्रस्तुति देंगे। इसके बाद शुरू होगा कवि सम्मेलन। कवि सम्मेलन में कवि डॉ. कुंवर बेचैन, अरुण जैमिनी, मनवीर मधुर, डॉ. कीर्ति काले, ज्योति त्रिपाठी अपनी रचनाओं पर श्रोताओं को गुदगुदाएंगे।
सनेहबिहारी मंदिर में 8 व 9 को महोत्सव
ठा. राधासनेहबिहारी मंदिर में अखिल भारतीय स्वामी श्रीहरिदास संगीत सम्मेलन का आयोजन 8 व 9 को होगा। 8 सितंबर को सुलगना बनर्जी (कथक), विशाल मिश्रा (सितार वादन), डॉ. कुसुम भट्ट (शास्त्रीय गायन) तथा आशुतोष वर्मा (तबला वादन) की प्रस्तुति देंगे। तो 9 सितंबर को शैफाली गोयल (कथक), विधि शर्मा (उप शास्त्रीय गायन), नंदनी चौधरी (ओडीसी नृत्य), अजय प्रसन्ना व नीरज सक्सेना की वंशी वादन में जुगलबंदी होगी। समारोह में ख्यातिप्राप्त कलाकारों को स्वामी हरिदास संगीत रत्न कला सम्मान से भी नवाजा जाएगा।