नए ट्रैफिक नियम से बचने का बनाया प्लान, पुलिस ने पकड़ा तो बाेला काट दो चालान 

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RGA न्यूज़ उत्तर प्रदेश बरेली

बेखौफ होकर घूमने लगा मगर जैसा उसे अंदेशा था वैसा हो गया। चेकिंग कर रही पुलिस ने उसे रोक लिया। वह बाइक से उतरा मुस्कुराया फोटो खिंचाया और चालान करा चला गया।...

बरेली-: चालान की दरें बढ़ीं, चेकिंग बढ़ी तो बचने के नए तरीके भी ईजाद तो गए। एक तो ऐसा..ज़ो बेहद शातिराना है। कार्रवाई से बचने के लिए एक युवक ने किसी दूसरे के गाड़ी नंबर की प्लेट अपनी बाइक पर लगा ली। बेखौफ होकर घूमने लगा मगर, जैसा उसे अंदेशा था, वैसा हो गया। चेकिंग कर रही पुलिस ने उसे रोक लिया। वह बाइक से उतरा, मुस्कुराया, फोटो खिंचाया और चालान करा चला गया। 22 दिन बाद जब नोटिस असल प्लेट मालिक के पास पहुंचा तब मामला खुला।

पुलिस ने मांगे कागज तो कह दिया, कर दो चालान

18 अगस्त को शाम 6.20 बजे क्योलडिय़ा पुलिस चेकिंग कर रही थी। उसी दौरान एक युवक को रोका गया तो उसने कागज होने से इन्कार कर दिया। पुलिस ने चालान की बात कही तो बोला...कर दो। पुलिस कर्मी ने फोटो खींचने के लिए उसे बाइक की नंबर प्लेट के आगे खड़ा किया। वह मुस्कुराया और चालान करा लिया। पुलिस ने ड्राइविंग लाइसेंस न होने का हवाला देते हुए पांच सौ रुपये का चालान कर दिया।

इतना शातिर निकला बाइक सवार

दरअसल, जिस नंबर प्लेट के सामने खड़ा होकर वह फोटो खिंचा रहा था, वह फर्जी थी। उसने अपनी बाइक के ऊपर किसी और की नंबर प्लेट लगा रखी थी। उसे पता था कि नंबर के आधार पर पुलिस गाड़ी मालिक का नाम-पता एप से हासिल करेगी और चालान घर भेज देगी। यही प्रक्रिया भी है। चूंकि उसे मालूम था कि उसकी गाड़ी पर नंबर प्लेट उसकी नहीं लगी है, इसलिए बेखौफ होकर चालान करा लिया। इतना जरूर बताया कि वह गजरौला गांव का रहने वाला है।

ऐसे खुला मामला

नंबर प्लेट के आधार पर पुलिस को बाइक मालिक का नाम पता चला राजेंद्र पाल, निवासी धौरेरा। 20 सितंबर को चालान उनके घर पहुंचा तो चौक गए। क्योंकि चालान में जिस युवक का फोटो दिख रहा न तो वह उनके परिवार का था और न ही वह बाइक। हां, फोटो में बाइक पर जो नंबर पड़े थे वे जरूर उनकी बाइक के थे।

थाने पहुंचे असल मालिक

गुरुवार को राजेंद्र पाल नवाबगंज थाने पहुंचे। बताया कि उनकी बाइक की नंबर प्लेट किसी युवक ने अपनी बाइक पर लगातार चालान करा लिया है। चालान देखा गया तो उस पर गजरौला निवासी युवक का नाम पड़ा था। चूंकि धौरेरा व गजरौला गांव के बीच महज दो किमी का अंतर है इसलिए फर्जीवाड़ा करने वाले युवक का चेहरा व असल पता भी मालूम कर लिया गया। दोपहर में ही पुलिस ने उसके घर दबिश दी मगर वह हाथ नहीं आया।  

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