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RGA न्यूज बरेली
बरेली हज सेवा समिति की रोडवेज स्थित कार्यालय पर हुई बैठक में प्रभारी मोहसिन इरशाद ने बताया कि हज कमेटी ऑफ़ इंडिया के चीफ एग्जेक्यूटिव ऑफिसर डॉ मक़सूद अहमद खान ने सर्कुलर जारी कर दिया हैं बार-बार मक्का मदीना शरीफ का दीदार करने वालो के लिये ये खबर दिल दुखाने वाली हैं,पहली बार हज या उमराह पर जाने वाले आज़मीन को 2,000 सऊदी रियाल नही देना होंगे लेकिन दोबारा उमराह या हज पर जाने वालों को 2,000 सऊदी रियाल अदा करने पड़ेंगे,हज पर दोबारा जाने के लिये उसको सही कंडीशन बताना होगी,महरम के साथ या 70 प्लस बुज़ुर्ग हज यात्री के साथ इत्यादि उस कंडीशन में भी ये फीस अलग से देनी होगी,यदि कोई अपनी पहचान छुपाने के लिये नया पासपोर्ट लगाकर जाना चाहेगा तो सऊदी सरकार बायोमेट्रिक से पहचानकर उस पर फीस लागू करेगा और फीस न देने पर वापस भेज देगा,नये नियम के मुताबिक अब दोबारा हज या उमराह पर जाने वालों को फीस के अलावा भारतीय रुपये 35,202 फीस जमा करनी होगी,पिछले नियम में था कि साल में एक बार उमराह वीज़ा पर कोई चार्ज नही था यदि कोई एक साल में दूसरी बार जाता हैं तो 2,000 सऊदी रियाल फीस देना होगी,इस नियम को सऊदी सरकार ने बन्द करते हुऐ लाइफ में एक बार ही उमराह या हज को 2,000 रियाल फीस से मुक्त रखा हैं, दूसरी बार उमराह या हज पर जाने वालों को ये फीस भरनी होगी,और ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन के टाइम आजमीन को जानकारी दी जाएगी उसको कितने पैसे देना हैं,फीस हज यात्रा से पहले देनी होगी।
मास्टर हज ट्रेनर हाजी यासीन कुरैशी ने कहा कि 2018 के हाजियो को जल्द ही ट्रेनिंग कैम्प लगाकर हज के अरकान की ट्रेनिंग दी जायेगी,अगली बैठक में ट्रेंनिग कैम्पों की घोषणा की जाएगी।इसमें नजमुल एसआई खान,अहमद उल्लाह वारसी,हाजी साकिब रज़ा खाँ, हाजी उवैस खान ने 2,000 रियाल वाले आदेश को सऊदी सरकार से वापस लेने की माँग की।
भारत सरकार रिपीटर फीस के लिये सऊदी सरकार से वार्ता करें, अचानक इस तरह से 2,000 रियाल का बोझ हज यात्रियों पर डालना गलत हैं हम इसकी मज़म्मत करते हैं, हज का फर्ज अदा करने के लिये आज़मीन अपनी मेहनत की कमाई का एक एक रुपया जमा करता हैं,और हर मुसलमान की ये ही आरज़ू रहती हैं कि वो काबे शरीफ और मदीना शरीफ के दीदार बार बार करें, और उस पर एक दम बंदिश लगा देना सरासर गलत हैं मोदी जी को इस मसले पर सऊदी सरकार से बात करके इस चार्ज को भारत के हाजियो पर से हटवाना चाहिये।
*अताउर्रहमान* पूर्व मंत्री अध्यक्ष बरेली हज सेवा समिति
सऊदी सरकार के इस फैसले का विरोध किया और भारत सरकार इस मसले पर हस्तक्षेप करें और इस नियम में तब्दीली के लिये सऊदी सरकार से बात करें,विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज जी को सऊदी सरकार के विदेश मंत्रालय से भारतीय हज यात्रियों की सहूलियत के लिये वार्ता करने की ज़रूरत हैं ताकि भारत से जाने वाले लाखों आज़मीन को राहत मिल सके।