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RGA न्यूज़ उत्तर प्रदेश लखनऊ
25 अक्टूबी की शाम 708 बजे से 26 को दोपहर 346 बजे तक रहेगी धनतेरस। ...
लखनऊ:- धनतेरस पर इस बार प्रदोष काल में पूजन करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलेगी। प्रदोष काल में पूजन करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलेगी। 25 अक्टूबर को धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव का आगाज हो जाएगा। इसे लेकर बाजार जहां खिले उठे हैं वहीं दुकानदार भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सजावट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। दीपावली के दो दिन पहले धनतेरस पर नए सामानों की खरीदारी की जाती है। सोना-चांदी, वाहन, इलेक्ट्रानिक्स सामान व प्रापर्टी सहित अन्य सामानों की खरीदारी की जा सकती है।
धन तेरस यह पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन कुछ नया खरीदने की परंपरा है। विशेषकर पीतल व चांदी के बर्तन खरीदने का रिवाज है। मान्यता है कि इस दिन जो कुछ खरीदा जाता है उसमें लाभ होता है। धन संपदा में वृद्धि होती है। इसलिए इस दिन लक्ष्मी की पूजा की जाती है। धनवंतरि भी इसी दिन अवतरित हुए थे इसी कारण इसे धन तेरस कहा जाता है। यह भी कहा जाता है कि देवताओं व असुरों द्वारा संयुक्त रूप से किए गए समुद्र मंथन के दौरान प्राप्त हुए 14 रत्नों में धनवंतरि व मां लक्ष्मी भी शामिल हैं। इसलिए इस दिन को धन त्रयोदशी भी कहते हैं। भगवान धनवंतरि कलश में अमृत लेकर निकले थे, इस लिए इस दिन धातु के बर्तन खरीदने की परंपरा है।
ऐसे करें भगवान धनवंतरि की पूजा
मिट्टी के हाथी और भगवान धनवंतरि की प्रतिमा के सामने दीप जलाकर परिवार के साथ पूजन करना चाहिए। आचार्य विजय वर्मा ने बताया कि दीप, धूप, इत्र, पुष्प, गंगा जल, अक्षत, रोली से भगवान का आह्वान करना चाहिए। इस दिन भगवान धनवंतरि अमृत के साथ प्रकट हुए थे। इस दिन भगवान से निरोग रखने की प्रार्थना करनी चाहिए। चिकित्सक भी भगवान धनवंतरि की पूजा-अर्चना कर समाज को रोग मुक्त करने की शक्ति देने की कामना करते हैं।
योग दिलाएगा कर्ज से मुक्ति
इस बार पडऩे वाली 'धनत्रयोदशी मंगलकारक होगी। इसके चलते इस दिन ऋणमोचन का विशेष योग है। धनतेरस के दिन इस बार ऋण मोचन योग होने के चलते लंबे समय से कर्ज न चुका पाने वाले लोग ऋण चुका सकते हैं। आचार्य प्रशांत तिवारी ने बताया कि धनतेरस के दिन न तो उधार देना चाहिए और न ही उधर लेना चाहिए। पूजन के बाद बाद ऋण चुकाना शुरू करेंगे तो अगली धनतेरस तक ऋण से मुक्ति मिल जाएगी। हर राशि के लोग बर्तन, सोने-चांदी के आभूषण व सिक्के की खरीदारी कर सकते हैं।