सुप्रीम फैसले से मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी संतुष्ट, नहीं डालेंगे पुनर्विचार याचिका

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RGA न्यूज़ उत्तर प्रदेश लखनऊ

Ayodhya Case Verdict 2019 सुप्रीम कोर्ट ने विवादित भूमि पर मंदिर बनाने के लिए सरकार को आदेश दिया है। ...

लखनऊ:- राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की पीठ ने शनिवार को सर्वसम्मति से ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। कोर्ट ने विवादित भूमि पर मंदिर बनाने के लिए सरकार को आदेश दिया है। वहीं, मुस्लिम पक्ष के लिए अयोध्या में पांच एकड़ वैकल्‍प‍िक जमीन सुन्नी वक्‍फ बोर्ड को दी जाएगी। सभी धर्मगुरुओं ने इस पर अपनी-अपनी प्रत‍िक्र‍िया दी। 

पाबंदी के बीच रामलला के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु

वहीं, पाबंदी के बावजूद शनिवार को सैकड़ों श्रद्धालु रामलला के दर्शन को पहुंचे। हालांकि, छानबीन के तमाम पायदानों से उन्हें गुजरना पड़ा। दर्शनार्थियों की संख्या आम दिनों से भले ही कम रही, लेकिन ऐतिहासिक घड़ी पर रामलला का दर्शन पाने की इच्छा प्रबल दिखी। हनुमानगढ़ी के पास मिले मधुकरिया संत मिथिला बिहारीदास ने बताया कि रामलला का दर्शन काफी सुखद अनुभूति देने वाला रहा। फैसले के बाद आज का दर्शन खास है। उन्होंने बताया कि मुख्यमार्ग से जाने में काफी दिक्कत हुई। प्रशासन की ओर से दर्शन पर कोई पाबंदी नहीं लगाई है। डीएम अनुज झा और एसएसपी आशीष तिवारी की ओर से इसे लेकर लगातार संदेश भी जारी किया जा रहा है कि दर्शन-पूजन को लेकर कोई रुकावट नहीं है। 

Ayodhya Case Verdict 2019:

  • अयोध्या फैसले पर कवि मुन्नवर राणा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर लखनऊ में कहा कि मैं आज के फैसले को सलाम करता हूं। बाबरी मस्जिद एक राजनीतिक मुद्दा बन गया था। आज यह मामला बहुत ही सरल और ईमानदार तरीके से समाप्त हो गया है। मुझे भरोसा है कि देश अब आगे बढ़ेगा। 
  • अयोध्या फैसले पर शिया धर्म गुरुमौलाना कल्बे जव्वाद नक़वी ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं सदियों और नस्लों से जो झगड़ा चला आ रहा था वो खत्म हो गया। हालांकि, फैसला हमारे हक में नहीं आया, हमारे वकील सही पक्ष नहीं रख सके इसलिए हार गए। सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला है हमें मंजूर है चाहे वो हमारे हक में न हो। पांच एकड़ जमीन की जरूरत नहीं है। कई लोग तो ऐसे हैं जो ये जमीन भी बेच डालेंगे। इसलिए हमें जमीन की जरूरत नहीं है। मामला अब खत्म हो जाना चाहिए इसे आगे बढ़ाना नहीं चाहिए। मुलसमानों की तरक्की के लिए काम करना चाहिए। बेरेजागारी, आर्थिक और शिक्षा के क्षेत्र की तरक्की को देखना चाहिए।
  • सामाजिक कार्यकर्ता नाइश हसन ने कहा कि फैसला स्वागत योग्य है। इस फैसले से लंबे समय से चले आ रहे विवाद का शांतिपूर्ण हल हुआ है। मैं 1992 की पीड़ित हूं, लेकिन अब मुसलमानों को रिव्यु पेटीशन फ़ाइल नहीं करना चाहिए। अपने वादे के मुताबिक, फैसले का स्वागत करना चाहिए, आगे बढ़ने में ही बेहतरी है।
  • अयोध्या : सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी संतुष्ट हैं। उनका कहना है कि सभी मुस्लिम भाई फैसले का सम्मान करें। कोर्ट के निर्णय को लेकर कोई पुनर्विचार याचिका नहीं डाली जाएगी। सरकार जहां जमीन देगी वहां मस्जिद बना ली जायेगी।
  • मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, देश की एकता व सद्भाव बनाए रखने में सभी सहयोग करें। उत्तर प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है
  • पूर्व मुख्‍यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती परमपूज्य बाबा साहेब डाॅॅ. भीमराव अम्बेडकर के धर्मनिरपेक्ष संविधान के तहत मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद के सम्बंध में आज आम सहमति से दिए गए ऐतिहासिक फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए। उन्‍होंने सभी से अपील की क‍ि अब इस पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में ही आगे का काम होना चाहिए।  
  • महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि न्यास जल्द ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बहुत सारी जमीन बची है । मुस्लिम पक्ष को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार कहीं भी भूमि आवंटित की जा सकती है । इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है।
  • आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि हम अदालत के फैसले का स्वागत करते हैं, हम अपने देश की अदालत और अदलिया के साथ हैं। हम देखेंगे कि ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की क्या राय है, जो ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की राय होगी वहीं ऑल इंडिया पर्सनल शिया बोर्ड की राय होगी।
  •  शिया मरकज़ी चांद कमेटी के अध्‍यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने कहा क‍ि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्‍वागत करते हैं। हमने पहले ही कहा था कि फैसला जो भी होगा, उसे हम स्‍वीकार करेंगे और वैसा ही हमने किया भी है। सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक, वह जमीन मंदिर को दे दी है और पांच एकड़ जमीन मस्जिद को दी जाए, यह बहुत अच्‍छी बात है। देश की जनता से हम अपील करते हैं कि आपसी भाईचारा व सद्भवना बनाए रखें। 130 करोड़ भारतीय व हिंदूस्‍तानियों की जीत हुई है। 
  • बाबरी मस्जिद पक्षकार हाजी महबूब ने कहा कि मैंने अभी पूरा फैसला नहीं सुना है। अभी मेरे वकील से कोई बात नहीं हुई। मैं कुछ कहना नहीं चाहूंगा। जो कुछ निर्णय आया वो सिर आंखों पर। आगे की रणनीति बाद में। कोई निराशा का भाव नहीं है। कोर्ट ने जो फैसला दिया वो ठीक है। इस पर एतराज नहीं।
  • निर्मोही अखाड़े का दावा खारिज होने पर महंत स्वामी दिनेन्द्रदास ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि पंच बैठेंगे और उस पर विमर्श करके मंथन करेंगे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि राम जन्मभूमि अयोध्या में है इस पर कोई विवाद नहीं है। इससे बढ़कर और कोई बात हमारे लिए नहीं हो सकती
  • लखनऊ में मनकामेश्‍वर मंद‍िर की महंत देव्या गिरि ने कहा क‍ि देश के सबसे बड़े कानून के मंदिर से फैसला आया है, सभी को इस फैसले का स्वागत करना चाहिये। आस्था के बजाय सुबूत के आधार पर जजोंं ने फैसला किया है। फैसले का स्वागत है।  
  • कथेड्रल के फादर डॉ डोनाल्ड डिसूजा ने कहा क‍ि सुप्रीम कोर्ट ने काफी अध्ययन करके फैसला किया है। आपसी सद्भाव बनाने के साथ इस फैसले का दोनों पक्षों को सादगी से स्वीकार करना चाहिये। 
  • ऑल इंड‍ि‍या मुस्‍ल‍िम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्‍य और ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा क‍ि अभी तक फैसले की जितनी बातें आईं हैं सब महत्वपूर्ण है, कोर्ट ने सारी बातें मद्देनजर रखकर फैसला लिया है। किसी भी मंदिर को तोड़कर मंदिर नहीं बनाई गई है। हम लोगों ने शुरू से ही कहा है क‍ि‍ सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा वो हमें मंजूर होगा, सभी से यही अपील है कि वो सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखें। हमारी जो भी लीगल कमेटी है वो पूरे जजमेंट पर स्टडी करेंगी उसके बाद कोई फाइनल स्टेटमेंट मुस्लिम आर्गनाइजेशन की तरफ से दिया जाएगा। यह सबका अंतिम फैसला है कि सब लोग अमन बनाए रखें।
  • लखनऊ के एरा हॉस्पिटल में भर्ती आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना डॉ कल्बे सादिक ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है, उसमें वह स्‍थान हिंदू भाइयों को दे द‍िया गया है। मुस्लिम पक्ष को दूसरी जगह जमीन दी जा रही है। मुल्क की आन, बान और शान बनाए रखना चाहिए। मुसलमानों की तरफ से कोई रिएक्शन नहीं आना चाहिए।
  • मुफ्ती अबुल इरफान मियां फरंगी महली काजी शहर ने कहा कि अभी मीडिया के जरिये खबरें आ रही हैं कि अयोध्या का फैसला आ गया है। हमें अमन कायम रखना चाहिए, जब तक पूरी बात हमें मालूम न हो जाए तब तक कोई बयान जारी नहीं करना चाहिए। बाराह रबीउलअव्वल का वक्त है, मोहम्मद का पैगाम है मोहब्बत को फैलाने का काम करना चाहिए। कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे बदमअमनी पैदा हो।
  • शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, जिन्होंने भगवान राम के जन्म स्थान पर राम मंदिर की कानूनी तौर पर अदालतों के जरिये लड़ाई लड़ी उन्हें खास तौर पर बधाई देता हूं। वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट के आगे यही बात रखी थी कि राम मंदिर अयोध्या में बनना चाहिए ये शिया वक्फ बोर्ड की जीत है।
  • ऑल इंडिया महिला मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने सु्प्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे देश की माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया है। यह मुद्दा बहुत लम्बे समय से देश की सियासत में सक्रिय था।
  • सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन जुफ़र फारूकी ने फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा हम शुरू से कह रहे थे कि जो भी फैसला आएगा हम स्वागत करेंगे। जहाँ तक रिव्यु पीटीशन की बात सामने आ रही है यह गलत है। सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड इस तरह की किसी भी राय से सहमत नहीं है।
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