राम जन्मभूमि पर निर्णय ऐतिहासिक: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

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RGA न्यूज़ देहरादून

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रामजन्म भूमि पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह न किसी की हार है और न किसी की जीत।...

देहरादून:- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रामजन्म भूमि पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह न किसी की हार है और न किसी की जीत। यह निर्णय राष्ट्रीय एकता को और मजबूत करने वाला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय से चल रहे इस मामले का आज उच्चतम न्यायालयों के न्यायाधीशों ने एकमत से निर्णय दिया है। यह निर्णय कानूनी आधार पर दिया गया है। यह निर्णय जिस रूप में आया है अब हमें उसी रूप में समाज में एकता व परस्पर सौहार्द को बनाए रखना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम मर्यादा के प्रतीक हैं। हमें भी उसी मर्यादा का पालन करना है। भारत की विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान है जो विविधता में एकता का संदेश देती है। उच्चतम न्यायालय के निर्णय में भी यही ध्वनि है। हमें भी इसी भावना को आगे बढ़ाना है।

इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है। उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद दोनों कौमों को संयम से काम लेना होगा। पूरे भारत वर्ष को एकता की मिसाल देनी होगी। सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है उस पर पूरे भारत वा

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अजय भट्ट ने कहा कि यह निर्णय सभी न्यायाधीशों द्वारा सर्व सम्मति से लिया गया जिसका आधार कानून है। न्यायालय ने भूमि का अधिकार रामलला को दिया है। साथ ही मस्जिद बनाने के लिए अलग से पांच एकड़ भूमि भी दी गई है। इस निर्णय से देश को और मजबूती मिलेगी व ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की दिशा में हम और तेजी से बढ़ेंगे। इस निर्णय से सैंकड़ों वषों का मामला निस्तारित हो गया है। उन्होंने कहा कि इसमें न किसी की जीत और न किसी की हार हुई है। हमें देश में परस्पर सौहार्द व शांति बना कर रखनी है तथा किसी भी समाज विरोधी तत्व के षड्यंत्र को सफल नहीं होने देना है।

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