दम्पत्ति ने सात फेरे लेने के बाद रोपा परिणय पौधा

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RGA न्यूज़ चंपावत उत्तराखंड

सरस्वती देव सिंह राइंका पिथौरागढ़ के प्रधानाचार्य मोहन चंद्र पाठक द्वारा चलाए जा रहे अभियान से युवा जुड़ रहे हैं।...

 चम्पावत-: सरस्वती देव सिंह राइंका पिथौरागढ़ के प्रधानाचार्य मोहन चंद्र पाठक द्वारा चलाई जा रही पर्यावरण संरक्षण मुहिम से जुड़कर एक नव दम्पत्ति ने विवाह के सात फेरों के बाद परिणय पौध लगाया।

शुक्रवार को लोहाघाट ब्लाक के गुमदेश निवासी जगदीश का विवाह कोलीढ़ेक की अवंतिका के साथ संपन्न हुआ। वर और वधू ने सात फेरों के पवित्र बंधन में बंधने के बाद परिणय पौधा लगाया और उसकी सिंचाई की। अवंतिका ने बताया कि यह पौधा उसके परिजनों को हमेशा उसकी याद दिलाएगा। अवंतिका के माता पिता ने कहा कि वे पौधे की देखभाल अवंतिका की तरह ही करेंगे। बता दें कि प्रधानाचार्य पाठक ने 2012 में लोहाघाट के बजरंगबली वार्ड से परिणय पौध लगाने की शुरूआत की थी। तब से आज तक कन्या पर वर पक्ष के लोग इस रश्म को निभाते आ रहे हैं। इस अभियान से जहां पर्यावरण संरक्षण को बल मिल रहा है वहीं प्रकृति और पौधों के साथ लोगों की भावनाएं भी जुड़ रही हैं। इस अवसर पर लक्ष्मी दत्त चिलकोटी, गीता चिलकोटी, गीता चिलकोटी, त्रिभुवन चिलकोटी, राधिका जोशी, धीरज जोशी, भावना जोशी, मोहन जोशी, कमला जोशी, उत्कर्ष जोशी, प्रकाश पाठक, नीरू, बसंत जोशी, रेखा जोशी, आदित्य, नमन, अपेक्षा, भारती, प्रगति ने पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम को निरंतर आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

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