
RGA न्यूज़ लखनऊ उत्तर
Lucknow University 17 जुलाई 1921 को पहला शैक्षिक सत्र शुरू हुआ। 2 अप्रैल 1941 को टैगोर लाइब्रेरी को मिला भवन। ...
लखनऊ:- Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। स्वर्णिम इतिहास को संजोए लखनऊ विश्वविद्यालय ने न सिर्फ लखनऊ को बल्कि देश को कई अनमोल रत्न दिए। अपने सौ साल के सफर में लविवि ने कई उतार-चढ़ाव भी देखे। 25 नवंबर को शहर की शान लखनऊ विश्वविद्यालय शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है। विद्या के इस आलय ने ऐसे-ऐसे नगीने दिए हैं जिन पर देश को गर्व है।
चमक गुरुजनों की
- पुरावनस्पति विज्ञान के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक बीरबल साहनी यहां बॉटनी विभाग के संस्थापक प्रमुख थे। इन्होंने यहां वर्ष 1921 से लेकर 1949 तक पढ़ाया।
- प्रसिद्ध मानवशास्त्री प्रो. डीएन मजूमदार ने यहां पर वर्ष 1952 में स्थापित मानवशास्त्र विभाग क पहले हेड बने।
- अर्थशास्त्र विभाग के पहले हेड जाने-माने अर्थशास्त्री प्रो. राधा कमल मुखर्जी बने। वर्ष 1955 तक हेड रहे। अंग्रेजी विभाग में वर्ष 1926 में प्रो एनके सिद्धांत हेड बने। वर्ष 1951 में यह स्वतंत्र भारत के पहले एजूकेशन कमीशन राधाकृष्ण कमीशन के सेक्रेट्री बने।
- फादर ऑफ सोशियोलॉजी कहे जाने वाले प्रो. राधाकुमुद मुखर्जी यहां समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष रहे।
- लॉ फैकल्टी के प्रो. आरयू सिंह वर्ष 1956 तक यहां पर डीन रहे। इन्होंने नेपाल का संविधान लिखा व दिल्ली ओर बनारस विवि में भी लॉ फैकल्टी खोली।
- मशहूर भूवैज्ञानिक प्रो. केएस वल्दिया ने भूगर्भ विज्ञान विभाग में शिक्षक के तौर पर पढ़ाया। इन्हें पद्मश्री व पद्मभूषण से नवाजा जा चुका है।
- देश में पहला राजनीति विज्ञान विभाग लविवि में खुला। इसे प्रो. वीएस राम ने यहां पर स्थापित किया।
- अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद मुजम्मिल आगरा विवि और रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं।
- फिजिक्स विभाग के प्रोफेसर राजीव मनोहर को वर्ष 2017 में शिक्षक श्री और 2018 में सरस्वती सम्मान नवाजा गया। प्रोफेसर पूनम टंडन को वर्ष 2019 में शिक्षक श्रीसम्मान से नवाजा गया।
- संस्कृत और प्राकृत भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष व प्रोफेसर बृजेश कुमार शुक्ल को 2019 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
लविवि एक नजर में
153 संबद्ध डिग्री कॉलेजों में सवा लाख छात्र पढ़ते हैं
- नैक में इसे बी ग्रेड प्राप्त है
- 500 के करीब यहां पर शिक्षक पढ़ाते हैं।
- 3,202 स्नातक की सीटें
- 5,383 परास्नातक की सीटें
- वर्ष 2019-20 का बजट यहां पर ............करोड़ है
- 16 हॉस्टल हैं, जिनमें 11 ब्वायज व पांच गल्र्स हॉस्टल हैं।
- 8 संकाय हैं और विभागों की संख्या 60 है।