प्रियंका वाड्रा का कानून व्यवस्था पर सवाल, सरकार निर्णय ले, महिलाओं के पक्ष में है या अपराधियों के

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RGA न्यूज़ लखनऊ

दो दिन के दौरे पर लखनऊ आईं कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका वाड्रा ने फिर यूपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यूपी में महिला घर से निकलने में डरती है।...

लखनऊ:- पार्टी की रणनीति तय करने के लिए मैराथन मंथन करने आईं कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका वाड्रा ने फिर यूपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यूपी में महिला घर से निकलने में डरती है। अपराध होने के बाद एफआइआर तक नहीं लिखी जाती। उन्होंने कहा कि सरकार निर्णय ले, वह महिलाओं के पक्ष में है या अपराधियों के। उन्होंने हैदराबाद के एनकाउंटर पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया।

कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा शुक्रवार सुबह दो दिवसीय प्रवास पर लखनऊ पहुंचीं हैं। उन्होंने प्रदेश मुख्यालय में सुबह 11 से लेकर देर शाम तक स्ट्रेटजी एंड प्लानिंग कमेटी के अलावा फ्रंटल संगठनों के साथ बैठक कर रणनीति पर मंथन किया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार का कर्तव्य कानून व्यवस्था कायम करने का है, लेकिन उन्नाव में 11 माह में 90 दुष्कर्म की घटनाएं हो चुकी हैं। सरकार ने अपराधियों की सुरक्षा अंत तक की। किसी महिला के लिए यह कितना मुश्किल है। वहां के बाद मैनपुरी, संभल और फिर उन्नाव में ऐसी घटना हो गई। मुख्यमंत्री कर क्या रहे हैं? महिलाओं के साथ अपराध में उप्र नंबर एक पर है।

प्रियंका ने कहा कि योगी पता नहीं क्यों कार्रवाई नहीं करते। प्रदेश में यह स्थिति है कि महिला घर से निकलने में डरती है। अपराधियों पर कार्रवाई नहीं की जाती। उन्नाव की घटना में चार महीने लगे। वह भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एफआइआर दर्ज हुई। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि निर्भया कांड के बाद कानून स्पष्ट बन गया लेकिन, उसे लागू करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से महिलाओं के लिए लड़ेंगे। मुख्यमंत्री के लिए सलाह दी कि अलग से सेल गठित कर हर जिले के एसपी को वह नंबर दें। कोई महिला शिकायत करे तो उसकी सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचे। वहीं, हैदराबाद में दुष्कर्म के आरोपितों के एनकाउंटर पर यह कहकर टिप्पणी से इन्कार कर दिया कि अभी डिटेल नहीं पता है।

 

पुरुषों से सत्ता छीनकर सुरक्षित होंगी महिलाएं

प्रियंका ने कहा कि महिलाएं पुरुषों के हाथ से सत्ता छीनें। पंचायत और विधानसभा के चुनाव लड़ें। आगे बढ़ें और राजनीति में आएं। अपने हाथ में सत्ता लें, ताकि ऐसे हादसे हों तो खुद को सुरक्षित कर सकें।

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