
RGA न्यूज़ लखनऊ उत्तर प्रदेश
यूपी बोर्ड की वर्ष 2020 की इंटर परीक्षा में फेल परीक्षार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकेंगे। यह सुविधा अभी हाईस्कूल परीक्षा में एक विषय में फेल होने वाले को ही मिलती है।...
लखनऊ:- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड अब परीक्षा की प्रक्रिया में लगातार सुधार की भी प्रक्रिया है। यूपी बोर्ड की वर्ष 2020 की इंटरमीडिएट परीक्षा में फेल होने पर परीक्षार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकेंगे। यह सुविधा अभी तक यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में एक विषय में फेल होने वाले परीक्षार्थियों को ही मिलती है। अब हाईस्कूल व इंटर दोनों परीक्षाओं में दो विषयों में फेल होने पर परीक्षार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकेंगे। मार्कशीट पर यह नहीं लिखा जाएगा कि विद्यार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा देकर पास हुआ है।
उप मुख्यमंत्री तथा माध्यमिक व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने लोक भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में आज इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपार्टमेंट परीक्षा की सुविधा देने के इस प्रस्ताव पर जल्द शासन की मुहर लगाई जाएगी। परीक्षा के नाम पर विद्यार्थियों को घबराहट न हो, इसी कारण मूल्यांकन पद्धति में बदलाव किया जा रहा है।
यूपी बोर्ड में राष्ट्रीय अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) का पाठ्यक्रम लागू करने के बाद अब परीक्षा के पैटर्न में भी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) व काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) की तर्ज पर बदलाव किया जाएगा। सीबीएसई में अंग्रेजी विषय में पास होने पर दो विषय में फेल होने पर भी कंपार्टमेंट परीक्षा की सुविधा मिलती है। वहीं सीआइएससीई में अंग्रेजी सहित दो विषय में पास होने पर विद्यार्थी को बाकी विषयों में कंपार्टमेंट परीक्षा देने की सुविधा दी जाती है। उनकी मार्कशीट में यह नहीं लिखा जाता कि वह कंपार्टमेंट परीक्षा देकर पास हुए हैं।
यूपी बोर्ड की परीक्षा सिर्फ 14 दिनों में खत्म होगी। पहले एक विषय के दो-दो पेपर थे, अब इसे एक-एक किया गया है। बोर्ड परीक्षा की मॉनीटरिंग वेबकॉस्टिंग के माध्यम से होगी। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि कोचिंग संस्थानों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए जल्द कोचिंग अधिनियम बनाया जाएगा।
वर्चुअल क्लास की सुविधा नए सत्र से
सरकारी माध्यमिक स्कूलों में नए सत्र से ऑनलाइन कक्षाएं पढ़ाई जाएंगी। हर जिले में इसके लिए पांच-पांच शिक्षकों का चयन किया जाएगा। इससे शिक्षकों की कमी होने पर पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी, वॉयस रिकार्डर और राउटर लगाए जा रहे हैं। आगे यह वर्चुअल क्लास में तब्दील हो जाएंगे।
कापियां ऑनलाइन नहीं, आरटीआइ से देखें
यूपी बोर्ड के टॉपर्स की कापियां ऑनलाइन न हो पाने के सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि टॉपर्स के साथ-साथ सभी विद्यार्थियों की कापियां ऑनलाइन करनी होंगी जो संभव नहीं है। ऐसे में सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआइ) के माध्यम से कापियां देखी जा सकती हैं।