RGA न्यूज़ जम्मू रामगढ़
पंचों ने चेतावनी दी कि अपने हक के लिए वे सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे। अगर वेतन वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठना पड़ा तो पंच वे भी करेंगे।...
रामगढ़:- लेफ्टिनेंट गवर्नर जीसी मुर्मू ने ब्लाक डेवलपमेंट चेयरमैन का मानदेह 15000 रूपये और सरपंच का मानदेह तीन हजार कर नए आक्रोश को पैदा कर दिया है। अपने इस फैसले में प्रशासन ने पंचों को पूरी तरह से नजरंदाज कर दिया है। इस पर पंचों ने सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियाें निंदा करते हुए फैसले पर पुन:विचार की मांग की है। उनका मानदेह न बढ़ाए जाने पर पंचों ने धरना-प्रदर्शनों का सिलसिला तेज करने की चेतावनी भी दे डाली है।
सीमांत ब्लाक रामगढ़ के पंच सदस्य चरण दास, यशपाल, बलवंत सिंह, किरन कुमारी, सुखदेव सिंह, बचन सिंह, ज्योति सिंह, अजीत सिंह, श्मशेर सिंह, सोम राज यशपाल अन्य ने कहा कि सरकारी आदेशाें के अनुसार पंचायत के सरपंच सदस्य के मानदेय में पांच सौ रूपये की वृद्धि की गई है। उन्हें अब हर माह तीन हजार रूपये मिलेंगे। सरकार ने पंच सदस्यों का मानदेह बढ़ाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। उन्हें सिर्फ एक हजार मासिक मानदेय ही दिया जा रहा है। पंचायताें के विकास आैर वार्डों के लोगाें की समस्याओं को दूर करने के लिए पंच सदस्याें को काफी मुश्किलें झेलनी पड़ती हैं। सरपंच सदस्य तो सिर्फ पंचाें को आदेश जारी करके खुद को मुश्किलाें से दूर रखते हैं।
वास्तविकता यह है कि जमीनी स्तर पर काम पंच ही कर रहे हैं। एेसे में उन्हें नजरंदाज करना सही बात नहीं है। इसका पूरा विरोध किया जाएगा। अगर महीनें में दस बार भी वार्डों के विकास संबंधी बीडीआे कार्यालयाें के चक्कर लगाए जाएं तो उसमें ही एक हजार रूपये से अधिक का खर्च हो जाता है। ऐसे में अपनी जेब से खर्च कर पंच सदस्य अपनी वार्डों के विकास को गति कहां से देंगे?
पंचों ने यह भी कहा कि अगर सरपंच का वेतन तीन हजार किया गया है तो उपराज्यपाल को चाहिए था कि पंचाें का वेतन भी कम से कम दो हजार निर्धारित करते। पंचों ने चेतावनी दी कि अपने हक के लिए वे सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे। अगर वेतन वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठना पड़ा तो पंच वे भी करेंगे।