अलविदा-2019 :: महिला अपराध रोक न सके, लूट-डकैती होती रहीं

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RGA न्यूज़ बदायूं

साल 2019 में महिला अपराध के मामले सबसे ज्यादा सामने आए। इनमें पुलिस के साथ परिवार पहलू भी घटनाओं की वजह बनी। कुछ घटनाएं पुलिस ने अनसुनी की गईं तो कुछ ने खाकी की छीछालेदर कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी।...

बदायूं :- साल 2019 में महिला अपराध के मामले सबसे ज्यादा सामने आए। इनमें पुलिस के साथ परिवार पहलू भी घटनाओं की वजह बनी। कुछ घटनाएं पुलिस ने अनसुनी की गईं तो कुछ ने खाकी की छीछालेदर कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां तक कि थानेदारों को कुर्सी भी गंवानी पड़ी। लूट, डकैती और चोरी की घटनाएं भी हुईं। इनमें से अधिकांश घटनाओं को रिकार्ड में दर्ज न करके दबाया गया। कई मामले तो अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद भी थानेदारों ने उन्हें गुमराह करके डकार लिए। गुजरे साल में जहां पुलिस ने कई क्षेत्रों में बेहतर काम करके प्रदेश में नंबर वन का खिताब हासिल किया। वहीं ऐसी घटनाएं भी हुईं, जिनकी जवाबदेही अफसरों को भी भारी पड़ गई।

जिले में यह हुईं बड़ी घटनाएं :: जान देने पर दर्ज हुआ मुकदमा

- कोतवाली दातागंज इलाके के एक गांव में रहने वाली विवाहिता ने 16 जून को घर में ही फंदे पर लटककर जान दे दी थी। विवाहिता ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें पुलिसिया सितम की दास्तां लिखी थी। एडीजी के निर्देशों का भी उस वक्त कोतवाल रहे अमृतलाल ने पालन नहीं किया। जबकि विवाहिता की मौत की खबर मिलते ही मुकदमा दर्ज हुआ। कोतवाल निलंबित हुए।

लूट ने उठाए पुलिसिग पर सवाल

15 जुलाई को नवादा स्थित फिलिग स्टेशन पर तैनात मैनेजर नरेंद्र से शहर की घनी आबादी में बाइक सवार लुटेरों ने साढ़े 13 लाख की लूट की। एडीजी भी घटनास्थल पर पहुंचे। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। हालांकि पुलिस ने अशोक श्रीवास्तव नाम के शातिर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। करीब 12 लाख रुपये बरामदगी का दावा किया। अशोक समेत गैंग के चार सदस्यों के अलावा उसके परिजनों को भी जेल भेजा।

शराब तस्करी का टर्निंग प्वाइंट भी बना

- बरेली, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, सम्भल, रामपुर व मुरादाबाद समेत नौ जिलों की सीमा से सटा बदायूं पूरे साल शराब तस्करों का टर्निंग प्वाइंट भी बना रहा। उझानी, वजीरगंज, अलापुर व उसावां आदि थानों की पुलिस ने यहां हरियाणा से बिहार जाने वाली शराब के कई ट्रक भी पकड़े। वहीं पिछले दिनों तस्करों के ट्रकों को लूटने वाले हरियाणा के गिरोह ने भी अपने मंसूबों को यहां पहुंचकर अंजाम दिया।

नहीं हटा गोवध का कलंक

- शासन की सख्ती के बाद भी जिले में गोवध का सिलसिला नहीं थमा। बार्डर के थाने बिनावर, कुंवरगांव, जरीफनगर और फैजगंज बेहटा तो इसके लिए बदनाम रहे। सहसवान के जंगल से गोवंशों को उठाकर सम्भल ले जाने वाले तस्करों पर पुलिस की प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी।

पीड़िता को न्याय हमारी जिम्मेदारी

महिला उत्पीड़न की हर घटना का संज्ञान लिया जाता है। कोशिश रहती है कि हर पीड़िता को न्याय मिले और आरोपित को सजा। कुछ मामले पेशबंदी से जुड़े भी निकलते हैं लेकिन अभी तक जो भी घटनाएं सामने आई हैं, किसी में पुलिस के स्तर से लापरवाही नहीं बरती गई है।

- अशोक कुमार त्रिपाठी, एसएसपी शर्म या डर समाधान नहीं

हेल्पलाइन पर जो भी शिकायतें आती हैं, उनका तत्काल निस्तारण करने के लिए रेस्क्यू किया जाता है। महिलाओं को चाहिए कि खुद भी सजग रहें, कहीं भी उन्हें आपराधिक घटना की आशंका हो तो बिना सोचे सीधे 181 पर काल कर सकती हैं। हमारी टीम मौके पर पहुंचकर जरूरी कार्रवाई करेगी।

- नीतू सिंह, वरिष्ठ काउंसलर आशा ज्योति केंद्र

यहां हासिल किया मुकाम

- बदायूं पुलिस ने पिछले चार महीने में आइजीआरएस पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण में प्रदेश में पहला नंबर पाया है। वहीं बुजुर्गों के लिए सवेरा योजना में भी पहले पायदान पर काबिज है। जघन्य वारदातों के खुलासे में भी प्रदेश में तीसरे पायदान पर बदायूं पुलिस है। साथ ही जहां सूबे के कई जिले विभिन्न मुद्दों पर हिसा की चपेट में हैं, वहीं बदायूं पुलिस ने स्थिति नियंत्रण में की हुई है।

इंसेट

यह रही मुकदमों की स्थिति

छेड़छाड़ 642

दुष्कर्म 215

सामूहिक दुष्कर्म 87

बहलाकर ले जाना 1050

दहेज उत्पीड़न 212

दहेत हत्या 87

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