इस बस्ती में फाइलेरिया की दवा खाने से 15 लोगों की हालत बिगड़ी, स्वास्थ्य कर्मियों को किया वापस 

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RGA न्यूज़

मलिन बस्ती चूना भाटिया में दवा खाने के बाद बुधवार को सात व गुरुवार को आठ लोगों को आने लगे चक्कर व उलटी।..

कानपुर:- फाइलेरिया की दवा खाने से शहरी क्षेत्र की मलिन बस्ती चूना भटिया में दो दिन में 15 लोगों की हालत बिगड़ गई। सभी को उल्टी और चक्कर आने लगे। स्वजनों ने समीप के चिकित्सकों से इलाज कराया, तब आराम मिला। इसके बाद बस्ती के लोगों ने दवा खाने से इन्कार करने के साथ ही स्वास्थ्य कर्मचरियों को लौटा दिया।

घर-घर दवा खिलाने को लगाई गई हैं टीमें

शहरी क्षेत्र में घर-घर जाकर फाइलेरिया की दवा खिलाने को स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगाई गईं हैं। स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर फाइलेरिया की नई दवा आइवर मेक्टिन समेत अल्बेंडाजोल और डीईसी दवा खिला रहे हैं। बुधवार को जीटी रोड स्थित रामकृष्ण नगर के ठीक पीछे मलिन बस्ती चूना भटिया में दवा खाने से सात लोगों की हालत बिगड़ गई। गुरुवार को भी आठ लोगों को दवा खिलाई गई। दवा खाने के बाद उन्हें चक्कर एवं उल्टी आने लगी। उन्हें आसपास के डॉक्टरों को दिखाया गया। इसके बाद बस्ती के दूसरे लोगों ने दवा खाने से इन्कार कर दिया

गड़बड़ी से नहीं लिया सबक

ग्रामीण क्षेत्र के बिधनू, घाटमपुर एवं पतारा में गड़बड़ी केंद्रीय टीम ने पकड़ी थी। दवा सामने खिलाने के बजाय स्वास्थ्य कर्मी उन्हें देकर चले गए थे। उससे अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सबक नहीं लिया। शहरी क्षेत्र में बिना लंबाई नापे आइवरमेक्टिन दवा खिला रहे हैं। इसी तरह वजन किए बिना ही डीईसी खिलाई जा रही है। इससे लोगों को दिक्कत हो रही है।

फाइलेरिया की दवा खिलाने के बाद कई बार उल्टी व चक्कर आते हैं। इसलिए स्वास्थ्य कर्मियों को सामने दवा खिलाने के आदेश दिए हैं। बुधवार को चूना भटिया में एक महिला को दिक्कत हुई थी। अगर स्वास्थ्य कर्मी सामने दवा नहीं खिला रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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