शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं, मानव संशाधन मंत्री निशंक ने किया अनुरोध

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मानव संसाधन विकास मंत्री (MHRD) रमेश पोखरियाल निशंक ने नागरिकता कानून का विरोध करने वालों से शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अड्डा नहीं बनाने का आग्रह किया है।...

भोपाल :- केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री (MHRD) रमेश पोखरियाल निशंक ने नागरिकता कानून का विरोध करने वालों से शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अड्डा नहीं बनाने का आग्रह किया है। गौरतलब है कि देश के कई हिस्सों में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। इसे लेकर दिल्ली के जामिया मिल्ल्या इस्लामिया सहित देश के कई शैक्षणिक संस्थानों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है।   

एआइआर न्यूज के अनुसार भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए, मानव संसाधन मंत्री निशंक ने कहा कि नागरिकता कानून हमारे देश के लिए समय की जरूरत है और बहुत महत्वपूर्ण है। एचआरडी मंत्री अटल स्मृति व्याख्यान में शामिल होने के लिए शहर यहां आए थे।

निशंक को उम्मीद कांग्रेस शासित राज्य नागरिकता कानून का विरोध नहीं करेंगे

निशंक ने उम्मीद जताई कि कांग्रेस शासित राज्य नागरिकता कानून का विरोध नहीं करेंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस शासित राज्यों ने नागरिकता कानून का लागू करने की बात कही है। इसे लेकर उन्होंने कहा 'नेहरू-जी ने भी ये किया था। इंदिरा-जी ने नेहरू का अनुसरण किया। भारत और पाकिस्तान के बीच 1950 का नेहरू-लियाकत समझौता अपने-अपने देशों में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए हुआ था। नेहरू-जी मूल कानून लाए थे। उत्पीड़न का सामना करने के बाद जो लोग यहां आए हैं, उनसे सवाल करेंगे और मुझे नहीं लगता कि वे इसका राजनीतिकरण करेंगे। इस कानून की जरूरत थी और यह ऐतिहासिक काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुआ।सीएए लंबे समय से देश की मांग थी।'

 

कद्रीय कृषि मंत्री का कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर हमला

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से पीड़ित अल्पसंख्यकों को न्याय देगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, वामपंथी दल और कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी इस कानून का विरोध करके हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं। तोमर ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता इन दलों के नापाक मंसूबों को बेनकाब करेंगे और लोगों को इस कानून के बारे में जागरूक करेंगे।

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