RGANews
शिकायत करने गई पीड़िता के साथ छेड़छाड़, अश्लील मैसेज भेजने व फर्जी मुकदमे में फंसाने के मामले में सीबीसीआईडी ने जांच शुरू कर दी गई है। मामले में आरोपी कैंट थाने के तत्कालीन विवेचक एवं तत्कालीन पांडेयपुर चौकी इंचार्ज पर शिकंजा कस सकता है। मामला वर्ष 2016 का है।
बलिया निवासी और पांडेयपुर में किराए पर रह कर पढ़ाई करने वाली पीड़िता ने अगस्त 2016 में कैंट थाने में मकान मालिक राजेश सिंह, तत्कालीन पांडेयपुर चौकी इंचार्ज विनोद सिंह और विवेचक केपी सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया। आरोप लगाया था कि वह पांडेयपुर में किराये पर रहती थी और नर्सिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रही थी। 17 जून 2016 को अकेला पाकर मकान मालिक जबरदस्ती करने लगा। विरोध पर पिटाई की जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। इसकी शिकायत करने जब वह तत्कालीन चौकी इंचार्ज पांडेयपुर विनोद सिंह के पास पहुंची तो उन्होंने केस दर्ज करने का आश्वासन देते हुए लौटा दिया।
कुछ दिनों के बाद चौकी इंचार्ज अकेले आकर मिलने व अश्लील मैसेज भेजने लगे। विरोध पर चौकी इंचार्ज मकान मालिक संग मिलकर उल्टे रंगदारी मांगने के केस में फंसा दिया। इस मुकदमे की जांच कर रहे विवेचक केपी सिंह भी अश्लील हरकत व मैसेज करने लगे। पूरे मामले में पीड़िता ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद एसएसपी के निर्देश पर कैंट थाने में दरोगा विनोद सिंह, केपी सिंह व मकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। दो साल बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर पीड़िता ने मामले की जांच सीबीसीआईडी से कराने के लिए शासन से गुहार लगाई। शासन के निर्देश पर सीबीसीआईडी ने जांच शुरू कर दी है।