RGA न्यूज़ बदायूं बिसौली
विकास क्षेत्र बिसौली के ब्लॉक संसाधन केंद्र पर लग रही आग की लपटों से घपले की गंध आ रही है। एक ही कमरे में बार-बार आग लगने की कहानी किसी को पच नहीं रही है। 18 सितंबर को तकरीबन 7 हजार बैग में आग लगने पर जांच हुई जिसकी रिपोर्ट शासन को दी गई। अब एक जनवरी को उसी हॉल में आग लगना समझ से परे है।...
बदायूं -: विकास क्षेत्र बिसौली के ब्लॉक संसाधन केंद्र पर लग रही आग की लपटों से घपले की गंध आ रही है। एक ही कमरे में बार-बार आग लगने की कहानी किसी को पच नहीं रही है। 18 सितंबर को तकरीबन 7 हजार बैग में आग लगने पर जांच हुई, जिसकी रिपोर्ट शासन को दी गई। अब एक जनवरी को उसी हॉल में आग लगना समझ से परे है। ब्लॉक संसाधन केंद्र के एक ही परिसर में बा विद्यालय, दो प्राथमिक व दो जूनियर हाईस्कूल संचालित हैं। विकास क्षेत्र में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को वितरित करने के लिए बीआरसी को 16 सितंबर को बैग मुहैया गए थे। ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों ने 17 सितंबर को बैगों का सत्यापन भी किया था। जिसके बाद अचानक 18 सितंबर को सूचना मिली थी कि बैग में आग लग गई है। दस हजार बैग के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी विभाग को दी। डीएम ने एसडीएम से जांच कराई। जांच पूरी भी हुई जो शासन को भेजी गई। जांच रिपोर्ट में क्या था, इसकी जानकारी विभाग तक को नहीं दी गई। साढ़े तीन महीने बाद फिर से शेष बचे हुए बैग में आग लगाई गई। सवाल है कि आग लगने के बाद शेष बचे बैगों को वितरित क्यों नहीं किया गया। विभागीय जिम्मेदारों का कहना है कि यह शरारती लोगों का काम है। दो बार बैग में आग लगने की घटना में किसी विभागीय कर्मचारी के शामिल होने का अंदेशा लगाया जा रहा है। घटना से एक दिन पहले ही सेवानिवृत्त हुए बीईओ
बैगों में आग लगने की घटना से ठीक एक दिन पहले खंड शिक्षा अधिकारी महेंद्र मिश्र सेवानिवृत्त हुए थे लेकिन एक जनवरी को आग लगने वाले दिन विकास क्षेत्र का चार्ज किसी भी अधिकारी के पास नहीं था। मौखिक रूप से ही एक बीईओ को चार्ज दिया गया था। वर्जन ::
जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को नामित किया गया है। पहली बार जिलाधिकारी के स्तर से जांच कराई गई थी। जिसकी रिपोर्ट सीधे शासन को भेजी गई थी। अब दूसरी बार आग लगने की जांच कराई जाएगी। जिसमें पुराने बैग ही जले हैं।
- रामपाल सिंह राजपूत, बीएसए