सीएम नीतीश का इशारों-इशारों में केंद्र पर हमला, कहा- झांकी का चयन नहीं होने पर निराश होने की जरूरत नहीं

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RGA न्यूज़ पटना

सीएम नीतीश कुमार ने शनिवार को इशारों-इशारों में ही केंद्र पर हमला किया है। कहा- गणतंत्र दिवस परेड में यदि बिहार की झांकी का चयन नहीं हुआ है तो कोई बात नहीं। सकारात्‍मक सोचें।...

पटना:- मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को इशारों-इशारों में ही केंद्र पर हमला किया है। उन्‍होंने कहा कि दिल्‍ली में गणतंत्र दिवस परेड में यदि बिहार की झांकी का चयन नहीं हुआ है तो इस पर किसी को निराश होने की जरूरत नहीं है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। दरअसल, इस बार भी दिल्‍ली के गणतंत्र दिवस परेड में बिहार की झांकी का चयन नहीं किया गया है। बिहार की आेर से जल जीवन हरियाली विषय पर झांकी निकालने का प्रस्‍ताव दिया गया था, जिसे केंद्र की ओर से अनुमति नहीं मिली है। पिछले साल भी बिहार को झांकी की अनुमति नहीं दी गई थी। 

शनिवार को जब मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली यात्रा के छठे चरण के तहत बेगूसराय, खगडि़या व सहरसा गये तो मीडिया ने झांकी के मामले को लेकर उन्‍हें घेरा। पत्रकारों ने पूछा कि 26 जनवरी के मौके पर दिल्ली में आयोजित होने वाली झांकी में बिहार की जल-जीवन-हरियाली से संबंधित झांकी का चयन नहीं किया गया। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि इससे निराश होने की जरूरत नहीं है। हमलोग इस अभियान को गति दें और बिहार रोल मॉडल बने। जिसका अनुकरण देश व विश्व करे। उन्‍होंने यह भी कहा कि सरकारी अधिकारियों ने प्रस्‍ताव भेजा ही होगा, लेकिन अनुमति नहीं मिली तो काेई बात नहीं। हमलोग सकारात्‍मक सोच रखें और काम करते रहें। 26 जनवरी को बिहार की झांकी नहीं दिखेगी, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। 

मुख्यमंत्री ने बेगूसराय में जल-जीवन-हरियाली से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। वह बेगूसराय के साहेबपुर कमाल प्रखंड की सादपुर पूर्वी पंचायत पहुंचे। यहां विभिन्न योजनाओं का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने मोइन के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास किया। सादपुर पूर्वी पंचायत में बनने वाले आइटीआइ का शिलान्यास भी किया। वहीं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सादपुर के भवन का उद्घाटन किया। जीविका के 908 स्वयं सहायता समूहों के लिए विभिन्न बैंकों द्वारा स्वीकृत 19 करोड़ 89 लाख रुपये ऋण का डेमो चेक प्रदान किया। 

इसके बाद खगडि़या में नीतीश कुमार ने बेगूसराय में 2200 करोड़ की लागत से 128 योजनाओं का उद्घाटन और 240 का शिलान्यास किया। उन्‍हाेंने तेलिहार में कहा कि दुनिया जल संकट से जूझ रही है। जलवायु परिवर्तन हो रहा है। कुदरत ने चेतावनी दे दी है, अब सचेत होने की जरूरत है। जल और हरियाली रहेगी, तभी जीवन रहेगा। नीतीश यहां जल-जीवन-हरियाली अभियान यात्रा के अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि सरकार जल संरक्षण के प्रति संवेदनशील है।

उन्‍होंने कहा कि जल जीवन हरियाली के तहत 24 हजार पांच सौ करोड़ की लागत से प्रोजेक्ट बना कार्य किया जा रहा है। तीन वर्ष में पूर्ण होने की संभावना है। बिहार में 24 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित था। 19 करोड़ पौधे लगाए गए। हरित आवरण बढ़कर 15 प्रतिशत के करीब हो गया है। जिसे बढ़ाकर कम से कम 17 प्रतिशत करना है। महिलाएं अब चुनाव जीतकर पंचायत चला रही हैं। वे जीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आत्मनिर्भर हो रहीं हैं। राज्य में 10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य है। अबतक लगभग नौ लाख समूह का निर्माण हो चुका है। उन्‍होंने सात निश्चय योजना पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने मौसम के अनुरूप खेती करने की बात कही। फसल अवशेष को न जलाने की अपील की। सीएम ने अक्षय उर्जा को बढ़ावा दिए जाने की बात कही। 19 जनवरी को आयोजित मानव श्रृंखला में भाग लेने की अपील भी की। 

बेगूसराय व खगडि़या के बाद नीतीश कुमार सहरसा के कहरा प्रखंड के दिवारी विषहरी स्थान पहुंचे। दिवारी में लगभग एक घंटे रहने के दौरान मुख्यमंत्री ने पोखर, कुंआ, चौर (जलजमाव वाला इलाका), वर्मी कंपोस्ट, पोषण वाटिका सहित विभिन्न विभागों के स्टालों का जायजा लिया। नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री परिवहन योजना, परवरिश योजना, स्पॉन्शरशिप, नि:शक्त जन विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत लाभुकों को चेक व चाबी सौंपी। इस दौरान उन्होंने साथ चल रहे अधिकारियों को कई निर्देश दिए। दिवारी स्थित विषहरी स्थान में उन्होंने पूजा व आरती की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पोखर पर पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल पर खस को देखकर इसकी जानकारी ली। 

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