असहायों को पुकारते हैं प्रभुजी, इन्‍हें निराश्रितों की सेवा-सुश्रुवा में होती है प्रभु दर्शन जैसी अनुभूति

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RGA न्यूज़ मेरठ

Expectations 2020 डॉ. त्यागी दंपती 90 असहायों को आश्रम में रखकर इलाज कर चुके हैं। ये असहायों को प्रभुजी कहकर पुकारते हैं किराए के घर में आश्रम चला रहे हैं।...

मेरठ:- संवेदना के समंदर में जब सेवाभाव की लहरें उमड़ती हैं तो बाधाओं के तटबंध उसे रोक नहीं पाते। भाग-दौड़ भरी जिंदगी में जहां लोगों को अपने मां-बाप की भी चिंता नहीं रही, वहीं एक चिकित्सक दंपती निराश्रितों में भगवान खोज लेते हैं। वे सड़क, स्टेशन व फुटपाथ पर रह रहे असहायों को 'अपना घर आश्रम' में भर्ती कर उनकी सेहत का कायाकल्प कर रहे हैं। साथ ही इन निराश्रितों को प्रभुजी कहकर उनमें भगवान को देखने की सीख भी देते हैं।

बेसहारा लोगों का करते हैं इलाज

डॉ. आनंद प्रकाश त्यागी फिजिशियन हैं, जबकि उनकी पत्नी डॉ. कानन त्यागी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। निजी प्रैक्टिस के बावजूद आश्रम में भर्ती लोगों की सेवा का भाव इन्हें खींच ही लाता है। चिकित्सक दंपती भरतपुर आश्रम, राजस्थान में डॉ. बीएम भारद्वाज के सेवाभाव से प्रभावित हुए। भारद्वाज गत दिनों कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में महानायक अमिताभ बच्चन द्वारा सम्मानित किए गए। मेरठ निवासी त्यागी दंपती ने जनवरी 2019 में गढ़ रोड पर काली नदी के पास एक किराए का मकान लेकर गरीबों का आश्रय स्थल बनाया। स्टेशन, फुटपाथ व धर्मशालाओं में पड़े बेसहारा लोगों को आश्रम में रखकर इलाज करते हैं। उनके साथी डॉक्टर व आइएमए अध्यक्ष डॉ. केएन शर्मा कहते हैं कि बेसहारा मरीजों को प्रभुजी कहना दरिद्र नारायण की सेवा का साक्षात उदाहरण है। डॉ. दंपती इस समय 30 से ज्यादा मरीजों की सेवा व इलाज कर रहे हैं। डॉ. कानन त्यागी ने बताया कि आश्रम में परिवार वालों को नहीं रखते। ज्यादा जरूरत बेसहारों के देखभाल की है, जिनके सहयोग के लिए कई अन्य लोग भी आगे आए हैं।

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