मायावती, अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी वाड्रा ने घेरा भाजपा सरकार को

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RGA न्यूज़ लखनऊ

द‍िल्‍ली के जामिया क्षेत्र में युवक द्वारा खुलेआम फायरिंग के मामले को लेकर उत्तरप्रदेश में भी सियासी हमले शुरू हो गए हैं।...

लखनऊ:- जामिया क्षेत्र में गुरुवार को युवक द्वारा खुलेआम फायरिंग के मामले को लेकर उत्तरप्रदेश में भी सियासी हमले शुरू हो गए हैं। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने ट्वीट कर भाजपा सरकार को घेरने का प्रयास किया है।

घटना के बाद मायावती ने ट्वीट किया- जामिया गोलीकांड अति दुर्भाग्यपूर्ण व अति निंदनीय। केंद्र की सरकार इस घटना को अति गंभीरता से ले, बीएसपी की यह मांग है।

Mayawati✔@Mayawati

जामिया गोलीकाण्ड अति-दुर्भाग्यपूर्ण व अति-निन्दनीय। केन्द्र की सरकार इस घटना को अति-गंभीरता से लेे, बी.एस.पी. की यह माँग है।

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7:34 pm - 30 जन॰ 2020

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अखिलेश यादव का ट्वीट था- दिल्ली में एक युवक द्वारा निष्क्रिय पुलिस के सामने लोगों पर गोली चलाने की घटना बेहद निंदनीय है। आज के सत्ताधारी जिस प्रकार समाज को नफरत से भर रहे हैं, ये उसी का दुष्परिणाम है। आज राजनीति द्वारा पोषित घृणा से भटक रहे युवाओं व खुद को बचाना हर जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य है।

Akhilesh Yadav✔@yadavakhilesh

दिल्ली में एक युवक द्वारा निष्क्रिय पुलिस के सामने लोगों पर गोली चलाने की घटना बेहद निंदनीय है. आज के सत्ताधारी जिस प्रकार समाज को नफ़रत से भर रहे हैं, ये उसी का दुष्परिणाम है.

आज राजनीति द्वारा पोषित घृणा से भटक रहे युवाओं व ख़ुद को बचाना हर ज़िम्मेदार नागरिक का कर्तव्य है.

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5:13 pm - 30 जन॰ 2020

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वहीं, प्रियंका वाड्रा ने लिखा- जब भाजपा सरकार के मंत्री और नेता लोगों को गोली मारने के लिए उकसाएंगे, भड़काऊ भाषण देंगे, तब ये सब होना मुमकिन है। प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि वे कैसी दिल्ली बनाना चाहते हैं। वे ङ्क्षहसा के साथ खड़े हैं या अहिंसा के साथ? वे विकास के साथ खड़े हैं या अराजकता के साथ? 

Priyanka Gandhi Vadra✔@priyankagandhi

जब भाजपा सरकार के मंत्री और नेता लोगों को गोली मारने के लिए उकसाएँगे, भड़काऊ भाषण देंगे तब ये सब होना मुमकिन है। प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि वे कैसी दिल्ली बनाना चाहते हैं?

वे हिंसा के साथ खड़े हैं या अहिंसा के साथ?

वे विकास के साथ खड़े हैं या अराजकता के साथ?

18.4 हज़ार

4:57 pm - 30 जन॰ 2020

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