
RGA न्यूज़ आगरा
एनसीटीई ने मानक पूरा ना होने पर की कार्रवाई। नए सत्र 2020-21 से बीएड में नहीं ले सकेंगे प्रवेश। ...
आगरा,:- राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षक परिषद (एनसीटीई) ने मानक पूरा कर पाने में अक्षम डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के चार बीएड कॉलेजों की मान्यता खत्म कर दी है। इन कॉलेजों में बीएड सत्र 2020-21 से छात्रों का प्रवेश नहीं लिया जाएगा।
आंबेडकर विश्वविद्यालय से बीएड के 410 कॉलेज संबद्ध है। इन बीएड कॉलेजों में एनसीटीई ने बीते साल मानकों की जांच की। इसमें कई गड़बड़ी पाई गईं। विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में अनुमोदित शिक्षक नहीं मिले। नए नियम के अनुसार शिक्षकों की संख्या भी कम मिली। खेल के मैदान से लेकर कक्ष भी सही नहीं थे।
विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ. गिरजा शंकर शर्मा ने बताया कि मानकों की जांच के बाद चार बीएड कॉलेजों की मान्यता समाप्त की गई है। इन कॉलेजों को सत्र 2020-21 के लिए बीएड काउंसिलिंग में शामिल नहीं किया जाएगा।
इन कॉलेजों की मान्यता हुई समाप्त
- श्री शिव प्रसाद मेमोरियल गल्र्स डिग्री कॉलेज, टूंडला फीरोजाबाद
- एफएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन शिकोहाबाद फीरोजाबाद
- श्री विजय स्वरूप महिला कॉलेज एजुकेशन सिकंदरा आगरा
- श्रीमती प्रेम लता माया देवी अग्रवाल गल्र्स डिग्री कॉलेज राया मथुरा
35 कॉलेजों को दिए गए थे नोटिस
एनसीटीई ने जांच के बाद 35 बीएड कॉलेजों को नोटिस दिए थे। इसमें से चार की मान्यता समाप्त कर दी है। बीएड के कई और कॉलेजों की मान्यता जा सकती है।
पकड़े गए थे फर्जी शिक्षक
विवि के अतिथि गृह में 2019 में ं बीएड कॉलेजों के लिए शिक्षकों के अनुमोदन के लिए साक्षात्कार लिए गए। इसमें फर्जी डिग्री लेकर पहुंचे शिक्षक पकड़े गए थे। कई शिक्षक एक से अधिक कॉलेज में मिले थे। इनका अनुमोदन नहीं किया था, मुकदमा भी दर्ज कराया गया था।
बीएड कॉलेज के लिए मानक
- 50 सीटों के लिए सात पूर्णकालिक शिक्षक सहित एक कला, संगीत और शारीरिक शिक्षा के शिक्षक होने चाहिए, एक प्रिंसिपल।
- बीएड कॉलेज के शिक्षक एमएड के साथ ही नेट या पीएचडी, एक शिक्षण विषय में एमए या एमएससी होना चाहिए