

RGA न्यूज़ बरेली
बरेली:- नए सत्र से सभी राज्य विश्वविद्यालयों का 60 फीसद सिलेबस एक जैसा रहेगा। 40 फीसद सिलेबस विश्वविद्यालय अपने अनुसार रख सकेंगे। नया फार्मेट तय हो चुका है। यह जानकारी उच्च शिक्षा उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार ने बुधवार को यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों को दीं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों की प्रकृति भी अलग हैं। इन परिस्थितियों में पूरा सिलेबस एक समान बनाना संभव नहीं हो सकता। लिहाजा विश्वविद्यालयों की सुविधा का भी ध्यान सिलेबस तय करते समय रखा गया है। सबकुछ तय हो चुका है और नए सत्र से इस पर अमल होगा।
रुहेलखंड की प्रमुख चीजें यहां के सिलेबस में हो : उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार ने कहा कि रुहेलखंड की तमाम ऐसी चीजें हैं, जो यहां के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। इससे यहां यहां पढ़ने वाले छात्र अपने यहां के इतिहास आदि की जानकारी से समृद्ध भी हो सकेंगे। ऐसा ही अन्य राज्य विश्वविद्यालयों में वहां की क्षेत्रीय चीजों को सिलेबस में शामिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में छात्रों के इनरोलमेंट से लेकर शिक्षकों का डाटा सहित हर जानकारी ऑनलाइन होगी। इसकी तैयारी हो गई है।
दूर होगी शिक्षकों की कमी
प्रदेश के सहायता प्राप्त (एडेड) महाविद्यालयों में बड़ी संख्या में खाली पड़े शिक्षकों के पद भरे न जाने के सवाल पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में आर्थिक आधार पर नया आरक्षण जोड़ने का मामला अटका था, अब यह बाधा दूर हो गई है। जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी।
लाइव मॉनीटरिंग में लापरवाही पर जिम्मेदारी तय हो
मंत्री ने क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ रमेश प्रकाश से स्नातक परीक्षाओं के दौरान लाइव मॉनीटरिंग की रिपोर्ट पूछी। पता चला कि कई केंद्रों पर कैमरों की नेटवर्किंग सही नहीं है। इस पर मंत्री ने निर्देश दिए कि जहां भी ऐसी लापरवाही हो रही है, उनकी जिम्मेदारी तय की जाए।।
पढ़ाई के साथ छात्रों को रोजगारपरक ट्रेनिंग
जल्द ही नई शिक्षा नीति लागू होगी। यह रोजगारपरक शिक्षा होगी। कोई भी कोर्स में आखिरी के छह महीने स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे छात्र को अपना भविष्य तय करने में मदद मिलेगी।