RGA न्यूज़ आगरा ब्यूरो चीफ सोनू शर्मा
आगरा:- राधारानी की भूमि बरसाना पर दो साल पहले होली खेलने के लिए आए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने जो बोल बोले, वह अभी आधे अधूरे हैं। मगर, हरियाणा के मुख्यमंत्री के मनोहर लाल खट्टर की इच्छा पूरी नहीं हो सकी है। वह आगरा नहर के जरिए बरसाना तक गंगाजल तक नहीं आ पाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के साथ 24 फरवरी 2018 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी बरसाना में लठामार होली खेलने के लिए आए थे। तब मुख्यमंत्री योगी ने रत्ना गिरी पहाड़ी पर गोवंश के लिए चारागाह विकसित करने की एलान किया, वह अभी तक पूरा नहीं हुआ है, लेकिन ब्रज के प्रमुख धार्मिक स्थल बरसाना, नंदगांव, गोवर्धन, वृंदावन, गोकुल को तीर्थ स्थल घोषित किया जाएगा। वह हो गए, लेकिन श्रीकृष्ण जन्मभूमि और द्वारिकाधीश की नगरी को अभी यह दर्जा प्राप्त नहीं हे सका है। रोप का निर्माण कार्य चल रहा है। साल के अंत तक यह बनकर तैयार हो जाएगा। इतना ही नहीं बरसाना के विकास के लिए उसे मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण की सीमा में शामिल होने की बात कही गई थी, उसको भी योगी सरकार ने पूरा कर दिया। अाज बरसाना मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण का एक हिस्सा बन गया है। इसी दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी आगरा नहर आगरा में गंगाजल छोड़े जाने की इच्छा भी जाहिर की थी, जो अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। इसमें ओखला से दिल्ली, बल्लभगढ़ और पलवल जिले की गंदगी बहकर रही है। एक सबसे बड़ी घोषणा यह भी की गई थी कि हथिनी कुंड से यमुना में पानी छोड़ा जाएगा, आज तक यह मांग पूरी ब्रजवासियों की पूरी नहीं हो पाई है। यमुना आज भी मैली है। बरसाना की होली के देश दुनिया में शिखर तक पहुंचाने के लिए योगी सरकार ने जो प्रयास किए थे, वह पूरे कर दिए। इसके राजकीय मेला का दर्जा दे दिया गया।