ताजनगरी के किसान परेशान, नहीं मिल पा रहा सम्मान

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RGA न्यूज़ आगरा उत्तर प्रदेश सोनू शर्मा

आधा दर्जन बार कर चुके हैं आवेदन नहीं कोई सुनवाई। विभाग के लगा रहे चक्कर पात्रता की पूरी की शर्ते।...

आगरा:- पीएम किसान सम्मान निधि के लिए के लिए भटकने वाले सैकड़ों किसानों में से राम राज, हरवीर सिंह तो सिर्फ उदाहरण हैं। किसान ब्लॉक कार्यालय से लेकर उप निदेशक कार्यालय तक चक्कर लगाते परेशान हो गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कई बार तो कर्मचारियों के रूखे व्यवहार का सामना भी करना पड़ता है।

किसान सम्मान निधि की पांचवी किश्त लॉकडाउन में भी किसानों के खाते में पहुंची है, तो ऐसे किसानों की भी लंबी श्रंखला है, जो पात्र होने के बाद भी वंचित है। 3.70 लाख किसानों का डाटा कृषि विभाग द्वारा फीड किया गया था। वैरीफिकेशन और डी-डुप्लीकेशन में पात्रों की संख्या घटकर 3.25 लाख रह गई है। पात्र किसानों के खाते में चरणबद्ध तरीके से किश्त पहुंच रही है, जिनका आधार खाते से लिंक है, उनकी पांचवी किश्त भी गत माह से खातों में पहुंच गई। ऐसे किसान जिनका आधार कार्ड लिंक नहीं, या आवेदन और आधार कार्ड के नाम की स्पेलिंग में अंतर है, उनकी किश्त भी अटक गई है। ऐसे किसानों का संशोधन कराया जा रहा है।

चार महीने में आती है किश्त

सम्मान निधि के किश्त खाते में चार महीने एक बार आती है। किश्त मार्च, अगस्त, दिसंबर में आती है। मई में जो किश्त आई है, वह वैरीफिकेशन के कारण देरी से आई।

22 हजार ने ऑनलाइन किया आवेदन

सम्मान निधि पाने के लिए 22 हजार किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। ऐसे किसानों की हार्ड कॉपी विभाग में जमा होनी है। वहीं लेखपाल वैरीफिकेशन कर रहे हैं। इसके बाद आगामी प्रकि्रया शुरू होगी।

खाता संख्या, आइएफएससी कोड है गलत

छह हजार किसान ऐसे हैं, जिनकी खाता संख्या या आइएफएससी कोड गलत है। ऐसे किसानों का कृषि विभाग के कर्मचारी संशोधन करा रहे हैं।

डेढ़ लाख के नाम थे आधार से भिन्न

डेढ़ लाख किसान ऐसे थे, जिनके आवेदन पर लिखे गए नाम और आधार कार्ड में भिन्नता थी। किसी में सर नेम नहीं लिखा था तो किसी में कुमार जोड़ दिया गया था। इन किसानों की पहली, दूसरी, तीसरी किश्त पहुंची, लेकिन चौथी रुक गई। ऐसे किसानों के डाटा में संशोधन कराया जा रहा है। 45 हजार किसानों का संशोधन अभी बचा है।

मुखिया किसान का हुआ देहांत तो बेटे करें आवेदन

परिवार के मुखिया किसान का देहांत हो गया हो तो उनके बालिग बेटे आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें वारिसान बनवाना होगा और निर्धारित प्रकि्रया के तहत आवेदन करना होगा।

ये है आंकड़ा

3.70 लाख किसानों की हुई फीडिंग

3.25 लाख पात्र किसान

45 हजार किसान अपात्र

2.85 लाख के खाते में पहुंची सम्मान निधि

कुल किसान, 2.59 लाख, 2011 जनगणना अनुसार

बालिग बेटों को भी माना गया पात्र, इसलिए बढ़ी संख्या

किसानों ने कई बार आवेदन कर दिया है, जिससे आवेदन डुप्लीकेशन में फंस गए हैं। उनके वैरीफिकेशन हो रहा है। आधार लिंक खातों का वैरीफिकेशन हो गया है। निर्धारित समय पर किश्त खाते में पहुंचेगी। ऐसे किसान जिनके खाते आधार लिंक नहीं है, वे लिंक करा लें।

महेंद्र सिंह, उप निदेशक कृषि 

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