गम और गुस्से में बलिदानियों का परिवार, कुख्‍यात के खात्‍मे की मांग

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RGA न्यूज़ ब्यूरो चीफ आगरा पंडित सोनू शर्मा

Attack on Kanpur Police कानपुर में कुख्‍यात विकास दुबे से मुठभेड़ में मथुरा के मूल निवासी जितेंद्र पाल सिंह और फतेहाबाद के बबलू हुए हैं शहीद। ...

आगरा:- शुक्रवार की सुबह आगरा मंडल के लिए दुख भरी खबर लेकर आई है। कानपुर में कुख्‍यात विकास दुबे से मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों में से दो आगरा मंडल के निवासी हैं। इनमें से एक सिपाही आगरा के फतेहाबाद और दूसरे मथुरा के निवासी थे। दोनों ही बलिदानियों के घर पर गम और गुस्‍से का माहौल है। फतेहाबाद के गांव पोखर पांडेय में शुक्रवार सुबह बेटे की शहादत की जानकारी होते ही पिता व परिवार के अन्य सदस्य कानपुर चले गए। अब गांव के लोग और रिश्तेदार उनके घर पर हैं। गांव वालों को बेटे को खोने का गम है और अपराधियों पर गुस्सा भी है। उनका कहना है कि अब कुख्‍यात और उसके गैंग का खात्मा करना चाहिए।

फतेहाबाद कस्बे से दो किमी दूरी पर स्थित गांव पोखर पांडेय निवासी छोटेलाल के बेटे बबलू वर्ष 2018 में पुलिस में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुए। कानपुर में ही ट्रेनिंग के बाद यहीं तैनाती मिली। वर्तमान में वे बिठूूर थाने में तैनात थे। परिवार के लोगों ने बताया कि गुरुवार शाम सात-आठ बजे भाई दिनेश के मोबाइल पर बबलू का फोन आया था। उनसे हालचाल लिए। दिनेश के मोबाइल पर इसके 12 घंटे बाद ही दुखद सूचना मिली। कानपुर से किसी पुलिस अधिकारी ने उन्हें फोन कर भाई के बलिदान के बारे में बताया। इसके बाद घर में कोहराम मच गया। पिता छोटेलाल, भाई दिनेश व परिवार के अन्य सदस्य कानपुर चले गए। घर में अभी कोहराम मचा है। गांव के लोग सभी घर के बाहर बैठे हैं। पूरे गांव में बस बबलू के बारे में ही चर्चा है। उनका कहना है कि बबलू बहुत मिलनसार था। वह जब भी छुट्टी आता था, सबसे सम्मान देकर मिलता था। अब सरकार और पुलिस को बदमाशों का खात्मा करना चाहिए। तभी बबलू के बलिदान का बदला पूरा होगा।

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