RGA न्यूज़ काठमांडू
काठमांडू, प्रेट्र। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड के बीच लगातार दूसरे दिन चली वार्ता भी बिना किसी नतीजे के खत्म हुई। मंगलवार को दोनों नेता फिर से गतिरोध दूर करने के लिए बैठेंगे। पार्टी में प्रचंड के नेतृत्व वाला बड़ा तबका एक व्यक्ति-एक पद का सिद्धांत लागू करना चाहता है, लेकिन चीन समर्थक प्रधानमंत्री ओली इसके लिए तैयार नहीं हैं। वह प्रधानमंत्री और पार्टी प्रमुख के पद अपने पास ही रखना चाहते हैं।
दो घंटे चली बैठक में ओली पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं
नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं की रविवार को भी तीन घंटे तक चली थी। बैठक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ी थी, सोमवार को भी बैठक अच्छे माहौल में हुई, लेकिन विवादित विषयों का कोई हल नहीं निकला। सोमवार को भी बैठक में ओली अपने विश्वासपात्र सुबाश नेमबांग के साथ शामिल हुए जबकि प्रचंड वरिष्ठ नेता झालानाथ खनाल के साथ आए, लेकिन दो घंटे चली बैठक में ओली पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुए।
ओली एक भी पद छोड़ने को तैयार नहीं
ओली से प्रधानमंत्री पद का इस्तीफा मांग रहा तबका अब उनसे एक पद छोड़ने की मांग कर रहा है, लेकिन ओली मान नहीं रहे। इसी गतिरोध के चलते पार्टी की शीर्ष इकाई स्टैंडिंग कमेटी की बैठक के लिए कोई तारीख घोषित नहीं हो पा रही है। दोनों शीर्ष नेताओं की खींचतान के चलते 28 जुलाई को स्टैंडिंग कमेटी की बैठक महज एक घंटे के लिए हुई थी, लेकिन उसमें कोई महत्वपूर्ण चर्चा नहीं हुई थी। उससे पहले कमेटी की बैठक आठ बार स्थगित हो चुकी थी।