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RGA न्यूज़ संवादाता डॉक्टर एमपी सिंह
जिला बरेली कस्बा फतेहगंज पश्चिमी लगा गंदगी का अंबार, संपूर्ण विश्व में व्याप्त इस कोरोना वायरस महावारी काल और वर्षा ऋतु में फैलने वाली संक्रामक बीमारियों की रोकथाम हेतु सफाई व्यवस्था शासन प्रशासन की प्राथमिकता में है किंतु फतेहगंज पश्चिमी कस्बे की सफाई की स्थिति कुछ और ही बयां करती है, जिले की सभी नगर पंचायतों में सबसे बड़ी नगर पंचायत फतेहगंज पश्चिमी में यूं तो साफ सफाई व्यवस्था चकाचक रखने के लिए सफाई कर्मियों की लंबी चौड़ी फौज भी लगाई हुई है और साथ ही नालियों को साफ करने के लिए कई लाख रुपए खर्च करके छोटी जेसीबी (रोबोट) मशीन भी खरीदी गई है किंतु इस सबके बावजूद कस्बे में में गंदगी का बुरा हाल है जिस कारण मच्छरों मक्खियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है और फलस्वरूप कई प्रकार के संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी हुई है किंतु नगर पंचायत प्रशासन सबसे बेखबर बना हुआ चैन की नींद सो रहा है। कस्बे के मोहल्ला साहूकारा, ठाकुरद्वारा,नई बस्ती समेत कई मुहल्लों में कई जगह लोगों ने सड़क किनारे गोबर के ऊंचे ऊंचे ढेर लगा रखे हैं जिनका गोबर बरसात में वहकर नालियों में जाता है जिससे नालियाँ चोक हो जाती हैं और नालियों के किनारे सफाई कर्मियों ने सिल्ट निकालकर डाल दी है जिससे उत्पन्न बदबू व मच्छरों से वहां के निवासियों का जीना दूभर बना हुआ है। दरअसल नगर पंचायत में स्थायी, संविदा व आउटसोर्सिंग समेत कई सफाई कर्मियों की लंबी चौड़ी फौज लगा रखी है जिनके वेतन मानदेय आदि पर प्रतिमाह सरकार का अच्छा खासा राजस्व व्यय किया जाता है किंतु सफाई व्यवस्था की पोल खोलने के लिए मात्र 10 मिनट की बारिश पर्याप्त होती है। केवल 10 मिनट की बारिश में ही कस्बे की मुख्य गली सींकों वाली गली तालाब या झील में परिवर्तित हो जाती है और कस्बे की अन्य गलियों का भी यही हाल है। बसंत विहार कालोनी, ठाकुरद्वारा व साहूकारा में से गुजरने वाले चिटौली रोड की दुर्दशा भी कुछ इसी तरह की है। नगर पंचायत ने बीते दिनों नालियों को साफ करने के लिए एक रोबोट भी खरीदा है जिससे नालियां तो साफ की गई किंतु उनकी सिल्ट निकालकर सड़क पर ही डाल दी गई जिस कारण वर्षा ऋतु में थोड़ी सी बरसात होने पर ही सड़कों पर पानी भर जाता है और गंदे पानी में मच्छरों की भरमार हो जाने से संक्रामक बीमारियाँ फैल रही है। इस संबंध में चेयरमैन कृष्ण पाल मौर्य से बात करने पर उन्होंने कहा कि बरसात के कारण सिल्ट नहीं उठ पाई थी। एक-दो दिन में सड़क किनारे की सिल्ट हटवा दी जाएगी। नगर पंचायत में कार्यरत सफाई कर्मियों की संख्या जानने के बारे में जब ईओ आलोक वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कार्यालय में आने को कह कर बात टाल दी।
" कार्यालय में आइए तो सफाई कर्मियों की संख्या फाइलों में से देख कर बता दी जाएगी। रही बात सड़क किनारे सिल्ट और गंदगी की तो संबंधित सफाई कर्मियों को निर्देशित कर के शीघ्र सफाई कराई जाएगी और सिल्ट को सड़क किनारे से हटवाया जाएगा।"
आलोक वर्मा अधिशासी अधिकारी फतेहगंज पश्चिमी