![Praveen Upadhayay's picture Praveen Upadhayay's picture](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/styles/thumbnail/public/pictures/picture-4-1546617863.jpg?itok=SmNXTJXo)
![](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/news/18_08_2020-extortion_demand_on_whatsapp_20640652_20491979.jpg)
RGA न्यूज आगरा
Extortion Demand in Agra वाट्सएप पर मैसेज भेजकर कहा क्लीनिक से निकलते ही मार देगा गोली। दहशत में चिकित्सक हरीपर्वत थाने में पुलिस से की शिकायत। ...
आगरा:- शहर के नामचीन हृदयरोग विशेषज्ञ ईशान गुप्ता से मंगलवार को 40 लाख की रंगदारी मांगी गई। न देने पर उनको क्लीनिक से बाहर निकलने पर गोली मारने की धमकी भी दी। वाट्सएप पर मैसेज भेजकर रंगदारी मांगने के बाद बदमाश ने वाट्सएप कॉल भी की। मगर, चिकित्सक ने कॉल रिसीव नहीं की। डॉक्टर और उनके स्वजन दहशत में हैं। पुलिस और साइबर सेल की टीम मामले की जांच में लगी हैं।
एएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया कि दयालबाग निवासी डॉ. ईशान गुप्ता का बाग फरजाना में नागरथ कांप्लेक्स में ईशान हार्ट सेंटर नाम से क्लीनिक है। उनके बड़े भाई डॉ. सुबीर गुप्ता का भी दिल्ली गेट क्षेत्र में ही क्लीनिक है। दोपहर दो बजे वे अपने क्लीनिक में थे। तभी उनके मोबाइल पर धमकी भरा वाट़सएप मैसेज आया। इसमें 40 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है। मैसेज में यह भी लिखा है कि क्लीनिक से बाहर मत आना नहीं तो गोली मार दी जाएगी। क्लीनिक के लोग भी उनसे मिले हुए हैं। पूरी जानकारी है। डॉक्टर की शिकायत पर इंस्पेक्टर हरीपर्वत अजय कौशल शाम को क्लीनिक पर पहुंचे। डॉ. ईशान गुप्ता के मोबाइल पर आए मैसेज की जांच की। पुलिस को जांच में पता चला है कि मैसेज भेजने के लिए भी इंटरनेट का इस्तेमाल किया गया है। इस कारण उसका मोबाइल नंबर शो नहीं हो रहा है। साइबर सेल की टीम भी जांच में लगी है। अब वाट्सएप से इसकी डिटेल मांगी गई है। इंस्पेक्टर हरीपर्वत अजय कौशल ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। रंगदारी मांगने वाले के बारे में जानकारी करने का प्रयास किया जा रहा है।
जांच में लगेगा समय
रंगदारी मांगने वाला बेहद शातिर है। उसने वाट्सएप मैसेज और कॉल की है। इसके लिए इंटरनेट का इस्तेमाल किया। पुलिस के पास अभी कोई मोबाइल नंबर नहीं है जिससे आरोपित तक पहुंचा जा सके। वाट्सएप के सर्वर से पुलिस को धमकी देने वाले के इंटरनेट कनेक्शन के बारे में पता चलेगा। यह पता चलने के बाद ही पुलिस आरोपित तक पहुंच सकेगी। इसलिए पुलिस को जांच में समय लगेगा।