RGA न्यूज़ संवादाता डॉक्टर एमपी सिंह
फतेहगंज पश्चिमी ब्राह्मण उत्थान मंच बरेली की वर्चुअल बैठक सम्पन्न हुई बैठक की अध्यक्षता पुष्पेंद्र शर्मा ने व संचालन राजकुमार सारस्वत ने किया।
बैठक का प्रारभ करने से पूर्व सबसे पहले संचालक ने कोविड-19 से ग्रसित मान. विधायक श्री उमेश द्ववेदी के स्वस्थ होने की कामना की, तदोपरान्त बैठक की औपचारिक कार्यवाही प्रारंभ करते हुए डॉ मंजू शुक्ला ने संगठन के उद्देश्य एवं आवश्यकता पर प्रकाश डाला। एस. एन. मिश्र ने संगठन के स्वरूप, स्तर एवं सदस्यों से संबंधित दायित्व पर विस्तार से विचार रखे। सुनील शर्मा ने प्रजातंत्र में संगठन की शक्ति को नितांत आवश्यक बताते हुए सभी विप्र जनों से एकत्रित होकर राजनीतिक व सामाजिक सहभागिता बढ़ाने की अपील की। उन्होंने आगे कहा कि हमें इस विषय में चिंतन करना होगा कि क्या कारण है कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या में सात-आठ प्रतिशत भागीदारी रखने वालों का वर्तमान राजनीति में बोलबाला है और वह कई बार अपने समाज का मुख्यमंत्री भी बना चुके हैं किंतु प्रदेश में 18 प्रतिशत ब्राह्मण होने के बावजूद भी हमारी राजनीतिक व सामाजिक स्थिति सोचनीय होती जा रही है। सौरभ पाठक ने समाज के ठेकेदारों की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह लोग केवल मंच के लिए राजनीति करते हैं और किसी गरीब ब्राह्मण को आवश्यकता पड़ने पर उसकी सहायता के लिए सामने नहीं आते। जिले के कई ब्राह्मण नेताओं में एकमात्र विधायक पप्पू भरतौल ही समस्त समाज की तन मन धन से सेवा करते हैं। सिंटू पाठक ने फर्जी सरनेम रखकर विप्र समाज को बदनाम करने वालों से सावधान रहने की आवश्यकता बताई। गौरव मिश्रा ने विप्र समाज के कार्यक्रमों में ब्राह्मणों के सहयोग न करने की पीड़ा उठाते हुए इस प्रवृत्ति को बदलने की आवश्यकता पर जोर दिया। बैठक में दिनेश पांडे, केसी शर्मा, अवधेश पाठक, सुनील शर्मा, गौरव मिश्रा, सचिन शर्मा, अमित शुक्ला, दयाशंकर शर्मा, सर्वेश शर्मा, धीरज शर्मा मुनीष मिश्रा, बृजेश पांडे ,राम निवास शर्मा, राम कृष्ण शुक्ला, करुणा शंकर , चंद्र प्रकाश शर्मा, आशीष शर्मा आदि ने मंच और विप्र समाज की दशा और दिशा पर स्पष्टता से अपने विचार रखे। बैठक के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र शर्मा ने चरैवेति को मंच का मंत्र बताते हुए अल्पसमय में संगठन के विस्तार की प्रशंसा की। बैठक में उपस्थित लोगों के प्रश्नों का समाधान सुशील मिश्र ने किया।