
RGA न्यूज बदायूं
बदायूं : जहां सरकार शहर की सड़क से लेकर गलियों, नालियों, नाले की सफाई के लिए लाखों रुपया पानी की तरह बहा रही है लेकिन उस तरह से परिणाम दिखाई नहीं दे रहे हैं। मोटा बजट तो खर्च हो रहा लेकिन नालों की दशा में सुधार नहीं हो रहा है। शहर का ऐसा कोई नाला नहीं है जो कि गंदगी से अटा पड़ा न हो।
स्टेशन रोड के पास बहने वाले नाले की सफाई पिछले कई माह से नहीं हुई है। सफाई न होने से इसकी स्थिति से बद से बदतर हो चुकी है। नाले में पड़े कूड़े कचरे से बदबू आ रही है। जिससे आसपास के क्षेत्रों में बीमारियां पनपने लगी हैं। इस साल नगरपालिका ने अभी तक न तो नाले नालियों की सफाई कराई है और न हीं अभी तक दवा का छिड़काव कराया गया है। आंकड़ों की बात की जाए तो नगरपालिका के पास दर्जनों स्थाई कर्मचारी है। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी भी हैं। इतने कर्मचारी नगरपालिका के पास होने के बाद अभी तक शहर के नाले नालियों की सफाई नहीं कराई गई है। शहर में जिस वार्ड में भी देखो, वहां के नाले नालियां गंदगी से पटे पड़े हैं। आखिर सफाई कर्मचारियों की इतनी लंबी चौड़ी फौज से कहां सफाई कराई जाती है , यह सवालियां प्रश्नचिन्ह नगरपालिका पर लगना लाजिमी है। प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता अभियान को लेकर जनता तो जागरुक दिखने लगी है। यही वजह है कि जनता स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर अपनी सहभागिता निभाने लगी है लेकिन नगरपालिका के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। लोगों ने प्रशासन से नाले नालियों में कीटनाशक दवा के छिड़काव की मांग की है। नाले के ऊपर कुछ लोगों ने अवैध रुप से दुकानें बनाकर अतिक्रमण कर लिया। जिससे नाले की सफाई ठीक से नहीं हो पाती। फैक्ट फाइल -
लंबाई -250 मीटर
नाले की चौड़ाई - 1 मीटर
लंबे अरसे से नाले की सफाई नहीं होने से आसपास के क्षेत्रों में भयंकर गंदगी व्याप्त है। मामूली सी बरसात होने पर गलियों व घरों में जलभराव हो जाता है। जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है
गंदगी की वजह से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इसके अलाव मुहल्लों में संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी रहती है। शिकायत करने के बाद भी नगरपालिका सफाई की ओर जरा भी ध्यान नहीं देती है
बरसात शुरु होने से पहले नगरपालिका को नाले- नालियों की तली झाड़ सफाई कराकर उसमें निकलने वाली सिल्ट को उठवाकर फिकवा देना चाहिए। सिल्ट वहीं छोड़ देने से वह वापस नाले में ही चली जाती है। जिससे समस्या यथावत बनी रहती है।
नाले में कचरा जमा होने से नाला चोक हो गया है। जिसकी वजह से घरों में सीलन आने लगी है। शिकायत करने के बाद भी नगरपालिका ने अभी कर इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है।