
RGA न्यूज इलाहाबाद
इलाहाबाद: शहरियों को पानी की किल्लत न झेलनी पड़े, इसके लिए जलापूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जवाहर लाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्यूअल मिशन (जेएनएनयूआरएम) के तहत शहर में दो चरणों में पेयजल संबंधी काम हुए। इस कार्य में करीब सवा दो अरब रुपये खर्च भी हुए, लेकिन अफसरों की लापरवाही की वजह से लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। जेएनएनयूआरएम के तहत पेयजल योजना भाग एक में 89.69 करोड़ रुपये की लागत से 19 ओवरहेड टैंक और चार भूमिगत जलाशय बनाए गए। 33 नए नलकूप और 18 नलकूप रीबोर कराए गए। वहीं, पेयजल योजना भाग दो में 131.92 करोड़ रुपये की लागत से 18 ओवरहेड टैंक, तीन भूमिगत जलाशय, 46 नए नलकूप, 665 किमी. पाइप लाइन और 45 किमी. मेन पाइप लाइन (राइजिंग मेन) का काम कराया गया। इन सभी कामों को जलनिगम ने कराया। खास यह कि इतने सारे काम अफसरों ने कराए लेकिन पुरानी पाइप लाइनों को बंद नहीं किया गया। इसका नतीजा यह है कि शहर के तिलकनगर, सोहबतियाबाग, बेनीगंज, अल्लापुर, दरियाबाद, सदियापुर, बाघंबरी गद्दी, सलोरी, गोविंदपुर समेत शहर के अन्य हिस्सों में दो पाइन लाइनों से पानी की आपूर्ति होने से प्रेशर नहीं बन पा रहा है। जिससे लोगों को इस भीषण गर्मी में पानी की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। पूर्व पार्षद शिव सेवक सिंह, पार्षद अखिलेश सिंह आदि का कहना है कि अफसरों ने उस समय पुरानी पाइप लाइनों को बंद नहीं किया। लिहाजा, लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। जलनिगम के मुख्य अभियंता जीसी दूबे पाइप लाइन बंद करने के सवाल पर सही जानकारी देने के बजाय कहते हैं कि ओवरहेड टैंक से पानी की सप्लाई की जाएगी तो दिक्कत नहीं होगी।