आवक घटने से टमाटर और प्याज के दाम चढ़े, आलू भी महंगा; जान‍िए कब तक रहेगी तेजी

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RGA न्यूज़ लखनऊ उत्तर प्रदेश

प्रदेश में टमाटर व अन्य सब्जियों की बोआई अक्टूबर माह में आरंभ होगी क्योंकि इस बार तापमान ज्यादा होने से अगैती बोआई का कार्य पिछड़ रहा है।...

लखनऊ:- लॉकडाउन की अवधि मेें सस्ते में बिक रहे टमाटर, प्याज व आलू की कीमतों में आए उछाल की वजह मंडियों में आवक कम होना है। वर्षा के कारण प्रदेश में फसल खराब होने और गुजरात, महाराष्ट्र व आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों से पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पाने से टमाटर और प्याज मंहगे हो गए जबकि कोल्ड स्टोरेज से आलू की निकासी कम होने से दामों में बढ़ोत्तरी हुई है। सब्जी कारोबारियों का कहना है कि टमाटर, आलू, प्याज आदि सब्जियों की महंगाई मौसमी है। रबी सीजन की सब्जियां आते ही कीमतें भी कम होंगी।

मेरठ मंडी में दो दशक से सब्जी का कारोबार करने वाले देवेंद्र स‍िंंह कहते हैं कि बरसात के बाद के दिनों में हर वर्ष सब्जियों में चटकी आती है, लेकिन इस बार आलू की कीमतें ज्यादा बढऩा चौंकाने वाला है। थोक में 1800 से 2500 रुपये प्रति ङ्क्षक्वटल की दर से बिकने वाला आलू फुटकर में 30-40 रुपये किलो बिक रहा है। उद्यान विभाग के मुताबिक प्रदेश के कोल्डस्टोरेज में 56 लाख मीट्रिक टन आलू मौजूद है। प्रदेश में प्रतिमाह औसत खपत छह लाख मीट्रिक टन है। आलू की कीमत बढऩे के सवाल पर किसान संजीव का कहना है कि इस आलू के अच्छे दाम मिलने के कारण व्यापारियों ने निकासी की रफ्तार कम कर दी है। अक्टूबर के अंत और नवबंर के शुरू में अन्य राज्यों से भी नया आलू आना आरंभ होता है।

एक माह चढ़ी रह सकती है कीमतें

प्रदेश में टमाटर व अन्य सब्जियों की बोआई अक्टूबर माह में आरंभ होगी क्योंकि इस बार तापमान ज्यादा होने से अगैती बोआई का कार्य पिछड़ रहा है। अमरोहा के प्रमुख गोभी उत्पादक शिवकुमार सैनी का कहना है कि एक अच्छी वर्षा हो जाए तो गोभी, बंद गोभी, मटर, मूली, शलजम, टमाटर, गाजर व बैंगन आदि की बोआई जल्द शुरू हो जाएगी। जिससे बाजार में सब्जियों की भरमार हो जाएगी परंतु इसमें कम से कम एक माह लगेगा।

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