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हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की फटकार के बाद आखिरकार नगर निगम शिम नींद से जागा है। शिमला में 12 होटलों के पेयजल कनेक्शन काट दिए...
RGA न्यूज हिमाचल प्रदेश/शिमला
शिमला: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की फटकार के बाद आखिरकार नगर निगम शिमला गहरी नींद से जाग ही गया। नगर निगम आयुक्त रोहित जम्वाल ने कोर्ट के आदेशों के बाद शुक्रवार को शिमला शहर में काफी समय से पानी के बिल अदा न करने वाले 43 होटलों के पेयजल कनेक्शन काटने के आदेश जारी किए। पहले दिन शुक्रवार शाम तक 12 होटलों के पेयजल कनेक्शन काट दिए गए।
अन्य होटलों के पानी के कनेक्शन काटने की प्रक्रिया चल रही थी। नगर निगम आयुक्त ने सीवरेज डिवीजन के एग्जेक्टिव इंजीनियर गोपाल कृष्ण को पेयजल कनेक्शन काटने के ऑपरेशन की निगरानी करने का लिखित आदेश जारी किया। उन्होंने दो जून दोपहर तक सभी कनेक्शन काटकर इस संबंध में उन्हें रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। कनेक्शन काटने के लिए म्यूनिसिपल इंजीनियर के कार्यालय में तैनात सीनियर असिस्टेंट हीरानंद को सीवरेज डिवीजन के एग्जेक्टिव इंजीनियर गोपाल कृष्ण को हर जरूरी मदद देने का निर्देश भी निगम आयुक्त ने दिया है। रोहित जम्वाल ने सभी जूनियर इंजीनियरों को तत्काल प्रभाव से पेयजल कनेक्शन काटने की प्रक्रिया शुरू करते हुए इस संबंध में गोपाल कृष्ण को सूचित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि वाटर सप्लाई व सीवरेज डिवीजन के ऑफिशियल ग्रुप में यह जानकारी अपलोड की जाए। इन निर्देशों को पूरी तरह मानना होगा।
जो अधिकारी या कर्मचारी इन आदेशों को मानने में कोताही बरतेगा, उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी। निगम आयुक्त ने म्यूनिसिपल इंजीनियर को बिल न भरने वालों से बकाया वसूलने की कार्रवाई भी शुरू करने का निर्देश दिया। इस पर वाटर सप्लाई विभाग में तैनात सुपरिंटेंडेंट, सहायक व दूसरे स्टाफ को बकाया वसूलने को कार्रवाई शुरू करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। ऐसा करने में देरी करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कारवाई करने की चेतावनी भी दी गई है।
हाईकोर्ट में शिमला में पानी के असमान वितरण को लेकर चल रहे मामले की सुनवाई के दौरान कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय करोल व न्यायाधीश अजय मोहन गोयल की खंडपीठ ने निगम से पूछा था कि कोर्ट के आदेशों के बावजूद बिल अदा न करने वाले होटलों के कनेक्शन क्यों नहीं काटे गए हैं? इसी कारण अब उन होटलों पर कार्रवाई हो रही है जिनके काफी समय से पानी के बिल जमा नहीं करवाए गए हैं। ये पेयजल कनेक्शन काटने का यह आदेश उस समय जारी हुआ है जब पूरा शहर पानी की भीषण किल्लत झेल रहा है।