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बरेली- बदायूं रोड पर करगैना में सोल्वीकोर प्लेसमेंट सेल के दफ्तर में काम करने वाली महिला कर्मचारी की शनिवार को ऑफिस में ही फंदे पर लाश लटकी मिली। शनिवार दोपहर उसके फोन नहीं उठने पर मां और भाई ऑफिस पहुंचे, तो दरवाजे की चौखट से उसका शव लटका देखा। परिवार ने थाना सुभाषनगर पुलिस को सूचना दी। पुलिस छानबीन में कार्यालय की एक टेबल पर रखी नोटबुक में तीन पन्नों का सुसाइड नोट मिला। उसमें महिला कर्मचारी ने ब्रांच मैनेजर के धोखा देने का जिक्र किया है। पुलिस को कार्यालय की एक दीवार पर कुछ फोन नंबरों के साथ धोखा और ठगी भी लिखा मिला। मृतका के परिवार ने ब्रांच मैनेजर प्रशांत ठाकुर सहित तीन लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
इज्जतनगर के वसंत विहार में रहने वाले रिटायर्ड बंदी रक्षक दिलावर हुसैन की बेटी फरहा शबनम (24) सोल्वीकोर प्लेसमेंट सेल के कार्यालय में काम करती थी। वह बीएड की तैयारी भी कर रही थी। पहले सोल्वीकोर का कार्यालय बदायूं रोड पर था, लेकिन कुछ दिन पहले करगैना में हरीश चंद के मकान में शिफ्ट हुआ था। मां नाजिमी के मुताबिक शबनम सुबह 9:30 बजे कार्यालय जाती थी और पांच बजे लौटकर आती थी। शनिवार दोपहर में कई बार उसके फोन पर कॉल की लेकिन रिसीव नहीं हुई तो उन्हें फिक्र हुई। इस पर नाजिमी अपने बेटे फिरोज के साथ कार्यालय पहुंचीं। ऑफिस का मेनगेट खुला था। अंदर जाकर देखा तो किचन की चौखट से फरहा का शव लटका हुआ था।
पैर जमीन पर टिके देखकर पुलिस को हुआ शक
सुभाषनगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन ती तो उसे परिस्थितियां संदिग्ध महसूस हुईं। साढ़े चार फीट की युवती की रसोई की करीब साढ़े पांच फीट ऊंची चौखट से लाश लटकी थी। उसके पैर आधे से ज्यादा जमीन पर टिके थे। जीभ बाहर निकली हुई थी। हालात देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि युवती की लाश को वहां लटका दिया गया है। इंस्पेक्टर श्रीकांत के मुताबिक गले पर निशान वी शेप में लग रहे है, ऐसा गला दबाने पर होता है। वहीं दुपट्टा में भी खिंचाव कम है। पुलिस मान रही है कि हो सकता है कि उसकी हत्या करके शव को लटकाया गया हो।
‘मेरी लाइफ में जो कुछ हो रहा है, उसके जिम्मेदार प्रशांत और अर्जुन’
फरहा ने सुसाइड नोट में लिखा है- ‘मैं बहुत दुखी महसूस कर रही हूं। जिसकी वजह से मैंने ऐसा करने की सोची है। मेरी लाइफ में जो भी कुछ हो रहा है, उसकी जिम्मेदारी प्रशांत ठाकुर और अर्जुन ठाकुर की है। जो भी मेरे साथ हुआ वह किसी लड़की के साथ न हो। शायद भगवान अपने इस बच्चे से नाराज है। टू डे आई एम वेरी सेड बीकॉज आई नेवर वांट टू डू दिस एट एनी कॉस्ट ड्यू टू प्रशांत ठाकुर। बीकॉज प्रशांत चीट मी। आज मैं जो आत्महत्या का कदम उठा रही हूं, उसका कारण है कि मैं ठीक तरह से पढ़ नहीं पा रही हूं और शायद जिस कारण मुझे असफलता की प्राप्ति हो जाए, तो इससे बचने के लिए मैं यह फैसला ले रही हूं।’
ब्रांच मैनेजर के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट
सुभाषनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत राय के मुताबिक पीड़ित परिवार ने ब्रांच मैनेजर प्रशांत ठाकुर उर्फ मित्रपाल और वहां काम करने वाले अनिल तथा आकाश के खिलाफ हत्या की तहरीर सौंपी है। इसके आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। सुसाइड नोट में फरहा ने जिस अर्जुन ठाकुर का जिक्र किया है, उसका नाम परिवार वालों ने तहरीर में नहीं लिखा है। फरहा की मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। वहीं मकान मालिक हरीश के मुताबिक प्रशांत ने उनसे पढ़ाई के लिए घर का हिस्सा किराये पर लिया था। उन्हें नहीं पता था कि यहां प्लेसमेंट सेल चलाया जा रहा है।
सुसाइड नोट से खुदकुशी का मामला लग रहा है। परिवार की तहरीर पर ब्रांच मैनेजर समेत तीन लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। अब हमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। - अशोक मीना, सीओ द्वितीय