BSP मुखिया मायावती का बड़ा आरोप: भाजपा व कांग्रेस एक, बढ़ता जा रहा है दलितों पर अत्याचार

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RGA:- न्यूज़

दलितों पर बढ़ते अत्याचार का सारा दोष भाजपा सरकार पर मढ़ा है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि (नौ अक्टूबर) पर मीडिया को संबोधित किया।

मायावती ने कहा कि विकास के उत्थान के मामले में दलित समाज की जमकर उपेक्षा की जाती है। इतना ही नहीं यह सभी पार्टियां राजनीतिक फायदे और स्वार्थ की पूर्ति के लिए इन वर्गों की बहन-बेटियों पर कोई भी जुल्म-ज्यादती होने पर राजनीतिक ड्रामा भी खूब करती हैं। इसके हाथरस जैसे कई उदाहरण हमारे सामने हैं। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि कांगेस हो या भाजपा दोनों के राज में दलित समाज का कोई उत्थान या विकास नहीं हुआ। इसके उलट उनके साथ बड़े पैमाने पर जुल्म और ज्यादती हुई है।

सभी विरोधी पार्टियां अंदर-अंदर आपस में एक होकर हमारे वर्ग के इन लोगों का शोषण करती है। साथ ही ये हम लोगों को गुलाम बनाए रखना चाहती हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने विरोधियों पर पार्टी के मूवमेंट को कमजोर करने की साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विरोधियों के इशारे पर बाबा साहेब के नाम पर बने अनेकों संगठन और पार्टियां असल में बसपा के मूवमेंट को कमजोर करने के लिए हैं। यह संगठन लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस दौरान उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ तथा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ देश में जहां पर भी भाजपा या फिर कांग्रेस की सरकार है, वहां पर दलितों तथा पिछड़ों पर अत्याचार हो रहा है। उत्तर प्रदेश का हाथरस इसका ताजा उदाहरण है। दलितों पर जुल्म हो रहा है, हर स्तर पर दलितों का शोषण हो रहा है। इस मामले में भाजपा तथा कांग्रेस के लोग एक हैं। दोनों ही पार्टी अंदर से एक हैं। यह दोनों देश तथा कई प्रदेशों में बारी-बारी से अपनी सरकार बनाकर अपना मिशन साधने का काम करती हैं।

बहुजन समाज पार्टी देश में किसी की भी पिछलग्गू नहीं है। हमारी पार्टी का अपना एक मिशन है और हम मिशन के तहत काम करते हैं। मायावती ने कहा कि ऐसे संगठनों के पास धन बसपा की तरह अपने लोगों से नहीं आता है। इनके कार्यकर्ता लोगों को गुमराह करते हैं कि बसपा तो आए दिन चंदा ही इकट्ठा करती रहती है। उन्होंने कहा कि बसपा कार्यकर्ताओं और बहुजन समाज को इन लोगों से सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि ये लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इनका मकसद बसपा के मूवमेंट को कमजोर करना है।

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने देश के साथ उत्तर प्रदेश में भी विरोधी पार्टियां राजनीतिक स्वार्थ और फायदे के लिए दलित तथा पिछड़ा वर्ग के साथ इनकी बहन-बेटियों पर कोई भी ज़ुल्म-ज्यादती आदि होने पर खूब राजनीतिक ड्रामा करती हैं। अब तो जनता को इनसे सावधान रहना होगा। इसके साथ ही देश तथा प्रदेश में बाबा साहब डॉ. भीमराम आम्बेडकर के मिशन के नाम पर भाजपा तथा कांग्रेस के इशारे पर बने अनेकों संगठन और पार्टियां बसपा के मूवमेंट को कमजोर करने के लिए हैं। इनके पास बसपा की तरह अपने लोगों से धन नहीं आता है। यह हमारे लोगों को गुमराह करते रहते हैं कि बसपा तो आए दिन चंदा ही इकट्ठा करती रहती है। यह लोग तो देश विरोधी ताकतों से धन एकत्र करते हैं।  

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