

RGA:- न्यूज़
लखनऊ। कोरोना काल में जहां सत्र 2020-21 के लिए अबतक एक भी दिन विद्यालय नहीं खुले। फिजिकल रूप से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो सकी है। कक्षाएं ऑनलाइन और वाट्सएप ग्रुप से संचालित हो रही हैं। ऐसे में छात्र-छात्राओं की बड़ी सहूलियत देते हुए सीबीएसई ने 30 फीसद कोर्स कम करने के बाद अब परीक्षा के पैर्टन में भी बड़ा बदलाव किया है। सीबीएसई ने प्रश्नपत्रों में एक अंक के प्रश्नों की संख्या बढ़ा दी है। जिससे बच्चों पर पढ़ाई को लेकर अधिक दबाव न हो। पूरा प्रश्नपत्र 70 नंबर का होगा।
विज्ञान वर्ग के प्रत्येक प्रश्नपत्र में पूछे जाएंगे कुल 33 प्रश्न बायोलॉजी: सेक्शन-ए में एक नंबर के 14 प्रश्न होंगे। केस स्टडी पर आधारित दो प्रश्न, चार-चार नंबर के होंगे। केस स्टडी में एक-एक नंबर के पांच प्रश्न होंगे, जिसमें से चार करने होंगे। सेक्शन-बी में दो नंबर वाले नौ प्रश्न होंगे। सेक्शन-सी में तीन नंबर के पांच प्रश्न, सेक्शन-डी में पांच नंबर वाले तीन प्रश्न होंगे।
यहां से सैंपल पेपर करें डाउनलोड
सीबीएसई ने सैंपल पेपर भी जारी कर दिए हैं। छात्र-छात्राएं सीबीएसई की वेबसाइट cbseacademic.nic.in से निश्शुल्क सैंपल पेपर और मार्किंग स्कीम डाउनलोड कर सकेंगे। सैंपल पेपर साइट पर जारी कर दिए गए हैं।
बायोटेक्नोलॉजी: सेक्शन-ए में एक नंबर वाले 14 प्रश्न होंगे। केस स्टडी के दो प्रश्न, चार-चार नंबर के। सेक्शन-बी में दो नंबर वाले नौ, सेक्शन सी में तीन नंबर पाले पांच प्रश्न, सेक्शन-डी में पांच नंबर वाले तीन प्रश्न होंगे।
फिजिक्स: सेक्शन-ए में एक नंबर के 14 प्रश्न होंगे। सेक्शन-बी में केस स्टडी पर आधार दो प्रश्न चार-चार नंबर के, सेक्शन-सी में नौ प्रश्न दो-दो नंबर के, तीन वैकल्पिक होंगे। सेक्शन-डी में पांच प्रश्न तीन नंबर के दो वैकल्पिक होंगे। सेक्शन ई-में तीन प्रश्न लांग प्रत्येक पांच नंबर प्रत्येक में वैकल्पिक होंगे।
कैमेस्ट्री: सेक्शन ए-में केस स्टडी पर आधार चार-चार नंबर वाले दो प्रश्न। 14 प्रश्न बहुविकल्पीय या रीजनिंग से संबंधित प्रत्येक एक नंबर का। सेक्शन बी-नौ प्रश्न दो नंबर के जिसमें तीन वैकल्पिक होंगे। सेक्शन-सी से पांच प्रश्न तीन नंबर वाले दो वैकल्पिक, सेक्शन-डी से तीन प्रश्न लांग प्रत्येक पांच नंबर तीनों प्रश्नों में वैकल्पिक व्यवस्था।
सीबीएसई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के मुख्य रिसोर्स पर्सन सुशील कुमार द्विवेदी ने बताया कि रीजनिंग आधारित प्रश्नों से विद्यार्थियों की सोच, रचनात्मक, क्रियात्मक होगी और तार्किक क्षमता बढ़ेगी। इसके साथ ही मूल्यांकन भी अच्छे से होगा। परीक्षा में सर्वाधिक एमसीक्यू टाइप प्रश्न की संख्या है। जिससे बच्चे विषय का गहनता से अध्यन करेंगे और तैयारी करने में उन्हें आसानी होगी।