फलों और सब्जियों के स्वास्थ्यवर्धक लाभों के बारे में सभी जानते हैं। साथ ही इन्हें अपने आहार में शामिल करने की सलाह भी दी जाती है। हालांकि, कुछ स्थितियों में निश्चित फलों या सब्जियों के सेवन से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर भी पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि किन स्थितियों में किन फलों या सब्जियों के सेवन से हमें बचना चाहिए।
एवोकाडो
लैटेक्स एलर्जी से पीड़ित लोगों को एवोकाडो के इस्तेमाल से बचना चाहिए। लैटेक्स एक प्राकृतिक रबर होता है जो पेड़ से प्राप्त होता है। अमेरिकन डायटिक एसोसिएशन के एक शोध के अनुसार लैटेक्स एलर्जी से पीड़ित लोगों में से 21.1 फीसदी लोगों को कुछ आहार से एलर्जी होती है। जिनमें से 18.3 फीसदी केला खाने और 16.3 फीसदी एवोकाडो का सेवन करने वाले लोग शामिल हैं। क्योंकि लैटेक्स में मौजूद प्रोटीन इन फलों में भी पाया जाता है।
चेरी
चेरी की गुठली को चबाना या निगल लेना स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। क्योंकि इसमें अमिग्डैलिन नामक तत्व होता है जो कि साइनाइड का एक रूप होता है। जिससे बुखार, सिरदर्द, रक्तचाप कम होना या कभी-कभी जीवन नाशक भी हो सकता है। इसकी गुठली में 170 मिलीग्राम प्रति ग्राम साइनाइड होता है, जिसका मतलब एक या दो गुठली को चबाना प्राणों के लिए घातक हो सकता है।
केला
किडनी की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को ज्यादा मात्रा में केले का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि केले में पोटैशियम की मात्रा होती है और किडनी शरीर में पोटैशियम की मात्रा का निर्धारण करता है। किडनी की समस्या होने पर शरीर में पोटैशियम इकट्ठा होने लगता है और हाइपरकलेमिया की समस्या को बढ़ाता है। जिसकी वजह से हृदयगति असामान्य हो जाती है और घबराहट की समस्या होने लगती है।
चुकंदर
पथरी की समस्या से ग्रसित लोगों को चुकंदर का सेवन नहीं करना चाहिए। चुकंदर में ऑक्सलेट होता है जो कैल्शियम को टूटने से रोकता है। चूंकि पथरी कैल्शियम का ही रूप होती है और ऑक्सलेट पथरी की समस्या को बढ़ा देता है।