दिल्ली और उत्‍तर प्रदेश से कोरोना जांच कराकर आएं तो बार्डर पर मिलेगी राहत

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RGA न्यूज़ उत्तराखंड देहरादून

देहरादून:- अगर आप उत्तराखंड में दिल्ली, एनसीआर और मेरठ-सहारनपुर आदि क्षेत्रों से आ रहे हैं तो बेहतर होगा कि कोरोना की जांच कराने के बाद ही आएं। खासकर देहरादून व हरिद्वार की सीमा में प्रवेश के दौरान तो जांच पहले से कराकर आना न सिर्फ आपके समय की बचत कराएगा बल्कि आपको सीमा पर हो रही जांच की परेशानी से भी बचाएगा। इससे आपको सीमा चेकपोस्ट पर न तो अनावश्यक जांच पड़ताल से गुजरने की जरूरत पड़ेगी, न ही कोरोना जांच कराने की ही नौबत आएगी। शर्त यह कि आपकी जांच रिपोर्ट 96 घंटे (चार दिन)पहले की होनी चाहिए। यही नहीं, जांच के साथ ही यात्रा के लिए पंजीकरण कराना भी अनिवार्य है। 

दिल्ली में संक्रमण बढऩे के बाद देहरादून व हरिद्वार जिला प्रशासन ने दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश की तरफ से आने वाले व्यक्तियों की रैंडम जांच शुरू कर दी है। दिल्ली व उत्तर प्रदेश की तरफ से देहरादून आने वालों की कोरोना की एंटीजन जांच देहरादून-दिल्ली राजमार्ग पर आशारोड़ी चेकपोस्ट पर कराई जा रही। वहीं, पंजाब, हिमाचल, हरियाणा व चंडीगढ़ से आने वालों की जांच पांवटा साहिब-कुल्हाल बार्डर पर और सहारनपुर से हरबर्टपुर या विकासनगर की तरफ आने वालों की जांच दर्रारेट चेकपोस्ट पर की जा रही है।

हालांकि, आवाजाही पर किसी भी तरह की बंदिश नहीं है, लेकिन संक्रमण को देखते हुए जांच पर सख्ती बरती जा रही है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने हर चेकपोस्ट पर पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमों को 24 घंटे तैनात रखने के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि दिल्ली व एनसीआर से आने वालों व्यक्तियों पर निगरानी तेज की गई है। इसके अलावा उत्तराखंड में प्रवेश करने को स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। यदि कोई एक हफ्ते से कम समय के लिए आ रहा है तो वह बगैर होम क्वारंटाइन लौट सकता है। इससे अधिक दिन के लिए आने पर होम क्वारंटाइन का अनुपालन करना ही होगा। यदि तमाम तरह की जांच पड़ताल से बचना है तो 96 घंटे पहले तक की कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट लेकर आनी होगी। दिल्ली के अलावा दूसरे शहरों से आ रहे ऐसे व्यक्तियों की भी जांच होगी, जिनमें कोरोना जैसे लक्षण नजर आएंगे।

ऐसे हो रही रैंडम जांच

सीमा पर प्रशासन की संयुक्त टीम बाहरी नंबर के वाहनों को अलग कतार की तरफ भेज दे रही। अगर वाहन में एक परिवार के चार-पांच सदस्य हैं तो उनमें से किसी भी एक अथवा दो की एंटीजन जांच कराई जा रही है। इसके अलावा यदि किसी में बुखार और खांसी आदि के लक्षण दिख रहे हैं तो उसकी अनिवार्य जांच की जा रही। कोरोना जांच में पॉजिटिव आने वालों को सीमा से ही लौटा दिया जा रहा। 

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