RGA न्यूज़ राजस्थान अजमेर
अजमेर:- Rajasthan: तीर्थराज पुष्कर में अंतरराष्ट्रीय पशु व धार्मिक मेला कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा निरस्त किए जाने के कारण इतिहास में पहली बार रविवार को ब्रह्म चौदस पर संतों का शाही स्नान भी नहीं हो सकेगा। इसे लेकर जिला व पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है। पवित्र पुष्कर सरोवर में पंचतीर्थ स्नान के तीन दिन सुनसान रहने के बाद शनिवार को चौथे दिन श्रद्धालुओं की थोड़ी बहुत चहल-पहल नजर आई। देवउठनी एकादशी से कार्तिक पूर्णिमा तक चलने वाला पंचतीर्थ स्नान गत बुधवार से शुरू हो गया। इस बार एक तिथि बढ़ने के कारण पंचतीर्थ स्नान छह दिन का रहेगा। रविवार को ब्रह्म चौदस का स्नान होना है।
इस दिन परंपरा रही है कि पुष्कर पहुंचने वाले देशभर के साधु-संत सामूहिक रूप से जुलूस के रूप में पुष्कर सरोवर स्नान के लिए जाते हैं, किन्तु इस बार यह नजारा देखने को नहीं मिलेगा। शाही स्नान के अग्रणी संत सेनाचार्य अचलानंद महाराज ने बताया कि कोरोना काल के चलते रविवार को शाही स्नान नहीं होगा। उन्होंने बताया कि शाही स्नान को लेकर यूपी, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात आदि देशभर से संत यहां एकत्र होते थे। इस बार कहीं से कोई संत पुष्कर नहीं पहुंचे। हालांकि कुछ श्रद्धालुओं ने शनिवार को ही ब्रह्म चौदस मान कर पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई।
किंतु प्रशासनिक नजरिए से रविवार को ब्रह्म चौदस होने के कारण प्रशासन और पुलिस ओर स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि पंचतीर्थ स्नान के लिए रविवार और पूर्णिमा के महास्नान के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगाने शनिवार रात से आ सकते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस हाई अलर्ट हो गई और कस्बे में बेरिकेटिंग कर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी है। पंचतीर्थ स्नान के दौरान यहां लाखों श्रदालु आस्था की डुबकी लगाने आते थे। इस बार कोरोना महामारी के चलते नहीं के बराबर श्रद्धालु पहुंचे हैं। घाट, मंदिर, बाजार, सब सूने नजर आ रहे हैं।