चंडीगढ़ में एमसी चुनाव से पहले लगेगा जानवरों के संस्कार के लिए प्लांट, सेक्टर-25 के लोग बोले- उनके साथ हुआ धोखा

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अगले साल शहर में मरे हुए जानवरों के संस्कार का प्लांट लग जाएगा।

RGA न्यूज़ पंजाब चंडीगढ़

चंडीगढ़:- अगले साल नगर निगम चुनाव से पहले शहर में मरे हुए जानवरों के संस्कार का प्लांट लग जाएगा। जबकि इस प्लांट को सेक्टर-25 में लगाने को लेकर जमकर राजनीति हुई। प्लांट को यहां पर लगाने पर कांग्रेस के साथ-साथ आप इसका विरोध कर रही है लेकिन भाजपा ने इस मामले में चुप्पी साधी हुई है हालांकि सदन की बैठक में भाजपा पार्षदों के सुझाव पर ही यहा पर प्लांट लगाने का प्रस्ताव पास किया गया। इस मामले में भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने कोई भी टिप्पणी नहीं की। जबकि इससे पहले यह प्लांट डड्डूमाजरा और औद्योगिक क्षेत्र में लगाने का प्रस्ताव आया था तो भाजपा के खुद के पार्षद आपस में बंट गए थे क्योंकि एक पार्षदों का गुट मानता था कि यह औद्योगिक क्षेत्र में न लगे जबकि दूसरा गुट मानता था कि यह डड्डूमाजरा में न लगे।

डड्डूमाजरा में पहले से गारबेज प्लांट और डपिंग ग्राउड है। सेक्टर-25 में पहले से ही श्मशान घाट है इसके साथ ही प्रशासन ने मरे हुए जानवरों के संस्कार करने का प्लांट लगाने के लिए जमीन तय की है यह जमीन प्रशासन की ओर से नगर निगम को ट्रांसफर कर दी है। सेक्टर-25 निवासी ओम प्रकाश सैनी का कहना है कि भाजपा पार्षदों ने सेक्टर-25 में मरे हुए जानवरों के संस्कार का प्लांट लगाकर ठीक नहीं किया है उनका कहना है कि हर बार ही गरीब लोगों पर ही अत्याचार क्यों किया जाता है। उनका कहना है कि उत्तरी सेक्टर में काफी जगह खाली है जबकि वहां पर वीआइपी रहते हैं। इसलिए वहां पर प्लांट नहीं लगाया जाता। सेक्टर-25 के लोगों ने उनके साथ धोखा किया है। प्लांट लगाने को लेकर वार्ड पार्षद शीला फूल सिंह पहले ही विरोध जाहिर कर चुकी है।

शीला फूल सिंह का कहना है कि यहां के लोगों के साथ भाजपा ने धोखा किया जिसका जवाब यहां के लोग भाजपा को अगले साल होने वाले नगर निगम चुनाव में देगी। उनका कहना है कि यहां पर प्लांट लगाने से दुर्गंध सेक्टर-14,15,24,23 और 37 तक भी जाएगी। कांग्रेस नेता एवं पूर्व मेयर सुभाष चावला का कहना है कि नगर निगम के पिछले कार्यकाल में इस तरह के प्लांट को दूसरी राज्य में स्टडी किया गया था। उनका कहना है कि उस समय भाजपा पार्षद अरुण सूद भी उनके साथ थे उस समय भी मरे हुए जानवरों के संस्कार वाले प्लांट से काफी दुर्गंध आ रही थी ऐसे में यह कहना कि दुर्गंध नहीं आती है यह पूरी तरह से गलत है। आप के संयोजक प्रेम गर्ग का कहना है कि भाजपा और कांग्रेस की आपसी राजनीति की वजह से सेक्टर-25 के लोगाें को नुकसान हो रहा है। उनका कहना है कि इन दोनों की आपसी साजिश के कारण ही यहां पर मरे हुए जानवरों के संस्कार का प्लांट लग रहा है। जबकि आप लोगों के साथ खड़ी है। 

एमसी का खर्चा नहीं आएगा

इस प्लांट को लगाने पर नगर निगम का एक रुपया भी नहीं लग रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत यह प्लांट लगना है। जिसका पहले ही टेंडर अलॉट हो चुका है। इस समय मरे हुए पशुओं और जानवरों को इधर-उधर ही फेंका जाता है। मरे हुए कुत्ते, बिल्ली गारबेज बिन के जरिए डंपिंग ग्राउंड पर आ जाते हैं। चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से 5 करोड़ की लागत से पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड़ पर यह प्रोजेक्ट लगाना है। इस भट्ठी में एक दिन में 10 बड़े और 30 छोटे पशुओं का संस्कार हो सकेगा। नगर निगम के अनुसार एक साल में चंडीगढ़ में करीब 1200 जानवर मरते हैं। मरने के बाद उनका शव कइ कई दिनों तक सड़काें पर पड़े रहते हैं।

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