संक्रमण रोकने के लिए उत्तराखंड बार्डर पर फिर बढ़ी सख्ती

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RGA न्यूज़ पीलीभीत समाचार

पीलीभीत:- सर्दी के मौसम में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से बचाव के मद्देनजर पड़ोसी राज्य उत्तराखंड ने बार्डर पर फिर सख्ती बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही अन्य राज्यों से उत्तराखंड में प्रवेश करने वालों की कोरोना जांच बार्डर पर कराई जा रही है। कोरोना जांच के लिए बार्डर पर लगे शिविर में सैंपल ले लिया जाता है। संबंधित व्यक्ति का पूरा विवरण दर्ज करने के बाद उसका मोबाइल नंबर भी लिया जा रहा, जिससे सैंपल की रिपोर्ट पाजिटिव आने पर मरीज के तुरंत ट्रेस किया जा सके।

जिले के सीमांत कस्बा मझोला से लगे उत्तराखंड बॉर्डर पर रोजाना लगभग 200 लोगों की कोरोना टेस्टिग हो रही है। उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग की टीम बार्डर पर यूपी से उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले लोगों की सैंपलिग कर रही है। सर्दी के मौसम में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के कारण यह व्यवस्था की गई है। बार्डर पर बने चेक पोस्ट पर दिल्ली के साथ ही यूपी के गाजियाबाद, मुरादाबाद, मेरठ, बरेली अलीगढ़ कासगंज आगरा गोरखपुर जिले से आने वाले लोगों की उत्तराखंड के प्रवेश सीमा पर पहुंचते ही कोरोना जांच के लिए सैंपलिग की जाती है। आने वाले लोगों की जांच के बाद उनको राज्य में प्रवेश दिया जाता है। साथ ही मोबाइल नंबर रजिस्टर में अंकित कर उनकी जांच रिपोर्ट आने पर मोबाइल से सूचित कर दिया जाता है। उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले लोगों की प्रत्येक दिन बार्डर पर लगभग 200 से 250 लोगों की जांच होती है, जिसकी सैंपल की रिपोर्ट लगभग तीन दिन बाद उनके मोबाइल नंबर पर दी जाती है। स्वास्थ्य विभाग की टीम सुबह 10.30 बजे से लेकर शाम तक बार्डर पर बैठती है। यूपी से आने वाले लोगों की जांच करती है। स्वास्थ्य विभाग की टीम में शामिल डाक्टर शैलजा त्रिपाठी ने बताया कि उत्तराखंड सरकार का आदेश है कि वह रोजाना 200 से 250 लोगों की सैंपलिग बार्डर करेंगे। शिविर में संदीप मिश्र स्टाफ नर्स व विनीत लैब टेक्नीशियन समेत उत्तराखंड पुलिस भी मौजूद रहती है।

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