मार्च तक पूरा हो जाएगा आलवेदर रोड का काम

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RGA न्यूज़ उत्तराखंड चंपावत

चम्पावत : टनकपुर से पिथौरागढ़ तक बन रही आलवेदर रोड का मोर्थ व एनएच के चीफ इंजीनियरों ने निरीक्षण किया। मोर्थ (मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे) जोन प्रथम के चीफ इंजीनियर राहुल गुप्ता ने कहा कि टनकपुर पिथौरागढ़ आलवेदर रोड सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। कार्यदायी कंपनियों ने बेहतर कार्य किया है। मार्च तक काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। कंपनियों को लैंड प्रोटेक्शन पर विशेष ध्यान देने के साथ चल्थी पुल का निर्माण जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए। टीम निरीक्षण के बाद रिपोर्ट केंद्र सरकार को देगी, जिसके बाद रोड के उद्घाटन की तिथि तय होगी।

रविवार की सुबह मोर्थ जोन प्रथम के चीफ इंजीनियर राहुल गुप्ता, मोर्थ के चीफ इंजीनियर क्षेत्रीय अधिकारी वीएस खैरा, एनएच चीफ इंजीनियर समेत एनएच क्षेत्रीय अधिकारियों ने टनकपुर से आलवेदर रोड का निरीक्षण किया। निरीक्षण करते हुए टीम चल्थी पहुंची। जहां मोर्थ के चीफ इंजीनियर गुप्ता ने पुल की डिजाइन को चेक किया और गुणवत्तापूर्ण तरीके से काम करने के निर्देश दिए। उसके बाद वह लैंड स्लाइड के स्थानों व स्लाइड प्रोटेक्शन के वर्क को देखते हुए अमोड़ी पहुंचे। अमोड़ी में पहाड़ी के धंसने के मामले में उन्होंने कार्यदायी कंपनी को उस स्थान पर टाइल्स लगाने को कहा। इसके बाद वह धौंन पर पहुंचे। जहां उन्होंने बोथ साइड वैली में हो रहे कार्य को देखा। शिवालया कंपनी के प्रोजेक्ट हेड सुरेंद्र राणा ने इस माह कार्य को पूरा करने को कहा। इसके बाद चम्पावत पहुंचने के बाद दैनिक जागरण से वार्ता की। उन्होंने कहा कि कार्यदायी कंपनियों ने बेहतर कार्य किया है। खासतौर पर शिवालया कंपनी ने बेहतर कार्य समय से पूर्ण किया है जो काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि मार्ग में लैंड स्लाइड के कई जोन बन गए हैं। कंपनियों को लैंड स्लाइड प्रोटेक्शन पर विशेष ध्यान देने को कहा है। मार्च तक रोड निर्माण का भी जो भी कार्य बचा है उसे पूर्ण कर यातायात के लिए पूरी तरह से खोल दिया जाएगा। बाइपास निर्माण में अभी देरी है। इसके बाद तिलौन, देवराड़ी बैंड, भारतोली, गुरना आदि स्थानों पर रोड का निरीक्षण करते हुए पिथौरागढ़ के लिए रवाना हो गए। गुप्ता ने बताया कि टीम के निरीक्षण के बाद रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपी जाएगी। इस दौरान एनएच ईई एलडी मथेला, एई एनएस बिष्ट, आरजीबीएल निदेशक कौशल चौहान, शिवालया प्रोजेक्ट हेड सुरेंद्र राणा, प्रोजेक्ट मैनेजर सुरेश कुमार व आथारिटी इंजीनियर के अधिकारी मौजूद रहे।

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