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ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज स्टीव स्मिथ (फाइल फोटो)
स्टीव स्मिथ पहले दो टेस्ट में केवल 10 रन ही बना सके थे लेकिन तीसरे टेस्ट में उन्होंने वापसी करते हुए 131 रन की पारी खेली और मध्यक्रम के विफल होने के बावजूद आस्ट्रेलिया को पहली पारी में 338 रन का स्कोर बनाने में मदद की
स्टीव स्मिथ ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कमाल की वापसी करते हुए सिडनी टेस्ट की पहली पारी में अपने टेस्ट करियर का 27वां शतक लगाया। पहले दो टेस्ट में लगातार फेल होने के बाद उन पर काफी दवाब था। इस शतकीय पारी के बाद उन्होंने कहा कि तेज फुटवर्क के साथ न्यूज़रविचंद्रन अश्विन पर दबाव बनाना उनके लिये कारगर रहा जिससे वह तीन साल में घरेलू सरजमीं पर अपना पहला शतक जड़ पाये। स्मिथ पहले दो टेस्ट में केवल 10 रन ही बना सके थे लेकिन तीसरे टेस्ट में उन्होंने वापसी करते हुए 131 रन की पारी खेली और मध्यक्रम के विफल होने के बावजूद आस्ट्रेलिया को पहली पारी में 338 रन का स्कोर बनाने में मदद की।
स्मिथ ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैंने और अधिक सकारात्मक होने का फैसला किया। मुझे लगता है कि शुरू में मैंने उसके सिर के ऊपर हिट किया और उस पर दबाव बनाया ताकि वह वहीं गेंदबाजी करे जहां मैं उसे गेंदबाजी कराना चाहता था। यह काफी प्रयास करने के बाद हुआ और मैं जिस तरह से उसे खेला, उससे खुश था। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने तेज गेंदबाजों के खिलाफ अपनी तकनीक में कोई बदलाव नहीं किया लेकिन स्पिनरों के खिलाफ पैरों से काफी फुर्तीले रहे।
स्मिथ ने कहा कि इस मैच में शायद मैं शुरू में थोड़ा आक्रामक था। मैंने अच्छी शुरूआत की और मैंने 20 गेंद में करीब इतने ही रन बनाये। इसलिये मैंने लय पकड़ी और पारी को आगे बढ़ाया। इसके बाद आपको जब जरूरत पड़े , तब दबाव झेलते हुए खेलना होता है और साथ ही जरूरत के समय दबाव भी बनाना होता है और मैंने इस पारी में बिलकुल वैसा ही किया। उन्होंने कहा कि मैं पहले दो टेस्ट मैचों में रन नहीं बना सका, लेकिन इसके बाद वापसी की और रन बनाए। इससे टीम अच्छी स्थिति में आ गई है।