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चम्बा: पहाड़ में लचर स्वास्थ्य सेवाएं व आकस्मिक सेवा का देर से पहुंचने का क्रम नहीं...
RGA न्यूज उत्तराखंड/रूद्रप्रयाग
चम्बा: पहाड़ में लचर स्वास्थ्य सेवाएं व आकस्मिक सेवा का देर से पहुंचने का क्रम नहीं छूट रहा है। ऐसा ही मामला दिखोलगांव में भी देखने को मिला जहां 108 वाहन के देरी पहुंचने पर एक महिला ने सड़क पर ही बच्ची को जन्म दिया। हैरत इस बात की है कि आकस्मिक सेवा का वाहन गांव से महज दो किमी की दूरी पर खड़ी रहती है। 108 सेवा के प्रदेश प्रभारी ने मामले में जांच की बात कही है।
सोमवार रात दिखोलगांव में रह रही नेपाल मूल की गौरी देवी पत्नी वेदप्रकाश को प्रसव पीड़ा हुई तो उन्होंने मकान मालिक सुशील रावत को जगाया। सुशील रावत ने 108 सेवा को फोन किया ताकि उक्त महिला को अस्पताल पहुंचाया जा सके। इतने में गांव के अन्य लोग महिला को सड़क तक लाये और 108 सेवा का इंतजार करने लगे। आधा घंटा बीत गया लेकिन 108 सेवा नहीं पहुंची। महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ती गई। गांव की महिलाओं ने टार्च की रोशनी में सड़क में ही प्रसव कराया। महिला द्वारा बच्ची को जन्म देने के करीब आधा घंटा बाद 108 सेवा पहुंची और उसके बाद जच्चा बच्चा दोनों को लेकर नगर के सरकारी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया। शुक्र यह रहा कि महिला का सुरक्षित प्रसव हो गया है और जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। सुशील रावत का कहना है कि उन्होंने 12 बजकर 30 मिनट पर 108 नंबर पर फोन कर सूचना दी और 108 सेवा 1 बजकर 22 मिनट पर पहुंची। इसी बीच करीब 1 बजे महिला ने बच्ची को सड़क में ही जन्म दे दिया। वहीं महिला के पति वेदप्रकाश का कहना है कि उसकी पत्नी व बच्ची अस्पताल में भर्ती हैं। उल्लेखनीय है कि दिखोलगांव से दो किमी दूर पुलिस लाइन में 108 सेवा वाहन खड़ा रहता है जिसे मात्र दो किमी दूर पहुंचने में एक घंटा लग गया। इस बारे में 108 सेवा के प्रदेश प्रभारी मनीष ¨टकू का कहना है कि 108 वाहन देरी से कैसे पहुंचा। इसकी जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए वाहन चालकों को जरूरी निर्देश दिये जाएंगे।