
RGA न्यूज ललितपुर: थानाध्यक्ष जीआरपी ललितपुर संजय कुमार सिंह के अपराध और अपराधियों की रोकथाम हेतु रेलवे स्टेशन व प्लेटफार्म पर आने व जाने वाली ट्रेनों की सघन चैकिंग व अपराध के ग्राफ को शून्य करने हेतु की जा रही कार्यवाही के दौरान गैर प्रान्त से लापता लडकी की सकुशल बरामदगी कर सम्बन्धित थाना पुलिस को उक्त नाबालिग गुमशुदा लडकी को सुपुर्द कर एक विशेष पुनीत व सराहनीय कार्य किया गया। थानाध्यक्ष जीआरपी ललितपुर संजय कुमार सिंह व उनकी टीम द्वारा अपराध मुक्त स्वच्छ स्टेशन बनाने हेतु प्रतिदिन की जा रही चैकिंग का ही परिणाम रहा कि म0प्र0 पुलिस जिस लडकी की बरामदगी हेतु खाक छानती फिरती रही उसे जीआरपी ललितपुर द्वारा चैकिंग के दौरान सकुशल बरामद कर सुपुर्द किया गया।
प्राप्त विवरण के अनुसार आज दिनाँक 17.06.2018 को श्रीमान् पुलिस अधीक्षक रेलवे हिमांशु कुमार के आदेशों के अनुपालन में थानाध्यक्ष जीआरपी ललितपुर संजय कुमार सिंह मय हमराह उ0नि0 शेरपाल सिंह आरक्षी 608 अजमत उल्ला, आरक्षी 261 आशाराम, आरक्षी 69 मो0 अब्दुल समद, आरक्षी 87 राजकुमार, आरक्षी 1154 आशीष कृष्ण के रेलवे स्टेशन ललितपुर पर आने व जाने वाली ट्रेनो व स्टेशन परिसर / प्लेटफार्म चैकिंग कर रहे थे कि द्वारा दूरभाष अलर्ट प्राप्त हुआ कि एक लडकी जिसका नाम सारिका तिवारी (परिवर्तित नाम) उम्र करीब 14 -15 वर्ष है किसी ट्रेन से नोएडा जाने की फिराक में है उक्त लडकी की गुमशुदगी उसके पिता मधुरंजन तिवारी पुत्र शम्भू तिवारी नि0 टावर कोलार रोड जिला भोपाल म0प्र0 द्वारा थाना कोलार रोड भोपाल म0प्र0 में मु0अ0सं0 437/ 18 धारा 363 भादवि पंजीकृत करायी गयी है। चूँकि प्रकरण नाबालिग बच्ची से सम्बन्धित था इस कारण थानाध्यक्ष द्वारा मामले की गम्भीरता के दृष्टिगत सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर तलाश में लग गये। चूँकि सूचना किसी ट्रेन के माध्यम से भागने से सम्बन्धित थी इस कारण ट्रेनो में सघन तलाश कर प्रत्येक बोगी के चप्पे चप्पे को छाना जा रहा था उधर म0प्र0 पुलिस अपनी सीमा पर सघन तलाश अभियान अलग से जारी किये हुए थी। कई ट्रेनो में आगे से पीछे तक की खाक छानने के बाद जब मौजूद पुलिस बल हिम्मत हार कर थक गया व मायूस हो गया तथा अगले 20 मिनट तक कोई ट्रेन न आने की सूचना पर थानाध्यक्ष द्वारा तत्परता व हिम्मत न हारते हुए गुम बच्ची को प्रत्येक दशा में बरामदगी की अपनी इच्छा शक्ति को कायम रखते हुए मय पुलिस टीम के फैसला लिया गया कि लाख वह नाबालिग लडकी म0प्र0 पुलिस को चकमा देकर उनकी नाक के नीचे से निकलने में कामयाब हो जाये परन्तु उसे किसी भी दशा में रेलवे स्टेशन ललितपुर पार नही करने देना है। तत्पश्चात थानाध्यक्ष द्वारा अगली आने वाली ट्रेन के आने में काफी समय को दृष्टिगत रखते हुए मय अपनी टीम रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफार्मो की चैकिंग करने का फैसला लिया तथा प्लेटफार्म नम्बर 01 की चैकिंग करते हुए एफओबी के सहारे प्लेटफार्म 2/3 पर पहुंचे तथा बीना की ओर चैकिंग करते हुए प्लेटफार्म के आखिरी छोर पर बने टीन शैड के पास पहुंचे तो एक लडकी अपना मुंह बांधे हुए तथा आँखो में चश्मा लगाये हुए पुलिस बल को देख विपरीत दिशा में मुंह कर इयर फोन कान में लगाकर यह प्रदर्शित करने का प्रयास कर रही थी कि वह गाना सुन रही है परन्तु थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह को उक्त लडकी की गतिविधियों पर संदेह हुआ तो उसे टोका गया तो वह घबरा गयी व कांपने लगी तुरन्त थाने से महिला कान्स सुधा गोसाई को द्वारा दूरभाष बुलाया गया तथा उस लडकी से पूंछतांछ करते हुए मुंह खुलवाया गया तो गुम लडकी के हुलिया से हूबहू मेल खाने पर उससे महिला आरक्षी के माध्यम से पूंछतांछ की गयी तो उसने बताया कि वह अपने माता पिता के साथ भोपाल में रहती है तथा घर में विवाद हो जाने के कारण नोएडा अपनी सहेली के पास जा रही थी। परिजनो द्वारा मुकदमा लिखा देने के कारण पुलिस उसकी हर जगह तलाश कर रही थी परन्तु वह अपने घर नही जाना चाहती थी इसलिए किसी प्रकार छिपते छिपाते एक रात भोपाल में ही गुजार म0 प्र0 पुलिस की आँख में धूल झोंककर ट्रेन के सहारे आज नोएडा जाने की फिराक में थीं, जैसे ही ट्रेन ललितपुर स्टेशन पर पहुंची तो मैने देखा कि आप व आपके पुलिस वाले किसी लडकी की तलाश में ट्रेन की तलाशी ले रहे हैं। मैं समझ गयी कि यह तलाशी किसी और कि नही बल्कि मेरी ही हो रही है। चूँकि म0प्र0 में पहले भी ट्रेन की चैकिंग हुई थी। इस कारण से मैने ट्रेन की लैट्रीन में छिपने को सोचा परन्तु जब यात्रियों से सुना कि पुलिस लैट्रिन तो लैट्रिन बर्थ के नीचे भी झांक झांककर चैक कर रही है तो मै घबरा गयी और ट्रेन से उतरने का फैसला लिया और ट्रेन से उतर गयी तथा दूसरी गाडी के इन्तिजार में प्लेटफार्म पर बैठ गयी। और अपने आपको स्टाल व चश्मे से आप लोगो से छिपाने की हर सम्भव कोशिस की परन्तु छिप न सकी। मै पिछले सभी स्टेशनो पर म0प्र0 पुलिस को चकमा देने में सफल रही परन्तु आप लोगो से नही बच सकी। थानाध्यक्ष द्वारा जब उससे पूंछा गया कि तुम अभी बच्ची हो इतना सारा दिमाग तुमने कैसे लगा लिया तो उसने मुस्कराते हुए कहा कि सर मैने यह सब टीवी पर क्राइम पेट्रोल में देखा कि पुलिस को कैसे चकमा देना है परन्तु यूपी पुलिस के आगे मै हार गयी। थाना कोलार रोड भोपाल म0प्र0 उक्त लडकी की बरामदगी के सम्बन्ध में सूचना दी गयी। थाना कोलार रोड भोपाल म0प्र0 से हे.कां. महेन्द्र, हे.का. लक्ष्मी म.आ. कंचन यादव के थाना हाजा उपस्थित आने पर बरामद नाबालिग लडकी को उनकी कस्टडी में दिया गया। जीआरपी ललितपुर पुलिस द्वारा किये गये अथक प्रयास व थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह की दृढ इच्छा शक्ति का ही परिणाम रहा कि जिस लडकी की तलाश में सम्पूर्ण मध्य प्रदेश पुलिस खाक छानती रही उसे दौरान चैकिंग मात्र फोन पर प्राप्त सूचना पर ही त्वरित ठोस व धरातलीय कार्यवाही करते हुए सकुशल नाबालिग लडकी को बरामद किया गया। थानाध्यक्ष जीआरपी ललितपुर संजय कुमार सिंह द्वारा की गयी अकल्पनीय विशेष उच्च कोटि की इस कार्यवाही की थाना कोलार रोड भोपाल म0प्र0 इंचार्ज द्वारा भूरि भूरि प्रशंसा की गयी। थानाध्यक्ष जीआरपी ललितपुर संजय कुमार सिंह व उनकी टीम द्वारा की गयी इस कार्यवाही की सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है। बरामद लडकी के परिजनो द्वारा जीआरपी ललितपुर पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अगर जीआरपी ललितपुर द्वारा अथक प्रयास न किये जाते तो वह अपनी पुत्री को कभी न पा पाते।
बरामद लडकी का नाम व पता
सारिका तिवारी (परिवर्तित नाम) पुत्री मधुरंजन तिवारी नि0 टावर कोलार रोड भोपाल म0प्र0
बरामद करने वाली टीम
1 SO संजय कुमार सिंह
2 SI शेरपाल सिंह
3 कां0 अजमत उल्ला
4 कां0 आशाराम
5 कां0 मो0 अब्दुल समद
6 कां0 राजकुमार
7 कां0 आशीष कृष्ण
8 म0कां0 सुधा गोसाई