नशीली दवाओं के खिलाफ शास्त्री मार्केट और किला में छापेमारी

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RGANews

फेंसिडिल समेत अन्य नशीली दवाओं की अवैध बिक्री की लगातार मिल रही सूचनाओं पर बुधवार को ड्रग विभाग की टीम ने शास्त्री मार्केट दवा बाजार और किला में ट्रांसपोर्ट कंपनी पर छापामारी की। इस दौरान चार दवा एजेंसियों और एक ट्रांसपोर्ट कंपनी पर जांच की गई। जांच में तमाम अनियमितताएं पाई गईं। बड़ी तादात में दुकानों पर स्टॉक और बिक्री मिली, जिनका रिकॉर्ड व्यापारी पेश नहीं कर सके। इस पर संबंधित दवाओं का स्टॉक फ्रीज कर दिया गया। जांच गुरुवार को भी जारी रहेगी।

बुधवार दोपहर ड्रग विभाग की बरेली, बदायूं और पीलीभीत की संयुक्त टीम ने शास्त्री मार्केट में छापा मारा। टीम में उर्मिला वर्मा, बबिता रानी और नवनीत कुमार शामिल थे। सबसे पहले टीम भारत ट्रेडर्स पर पहुंची। यहां पर टेबलेट स्पास्मो प्रॉक्सीवान, ट्राइका, अल्प्राजोलाम, सीरप कोडीस्टार और इंजेक्शन फीनोबार्बिटॉन का स्टॉक मिला, जिसे फ्रीज कर दिया गया। इसके बाद टीम मोहन ट्रेडर्स पर पहुंची। यहां खांसी की दवा कॉरेक्स, टॉसेक्स, एविल 25 समेत अन्य दवाइयों की जांच की गई। जांच में पाया गया कि यहां 50 हजार बोतल का स्टॉक खरीदा गया था, लेकिन उसकी बिक्री का रिकॉर्ड नहीं मिला। इसके पास ही साईं ट्रेडर्स पर ढाई महीने में 5,000 शीशी की खरीद का ऑर्डर मिला, लेकिन बिक्री रिकॉर्ड सिर्फ 546 का ही मिला। इसके बाद टीम केएलआरएल फार्मा प्राइवेट लिमिटेड पहुंची। यहां भी अन्य दुकानों जैसा हाल था। अलग-अलग बैच नंबर की फेंसिडिल सीरप 30 हजार शीशियां खरीदी गई थीं, दुकान में काफी स्टॉक भी था, लेकिन दवा व्यवसायी बिक्री का रिकॉर्ड पेश नहीं कर सके। टीम ने इन सभी एजेंसियों पर जिन दवाओं का रिकॉर्ड नहीं मिला, उसका स्टॉक फ्रीज कर दिया है।

दो दवाओं के सैंपल भरे
ड्रग इंस्पेक्टर नवनीत कुमार ने जांच के दौरान भारत ट्रेडर्स से कोप टेबलेट और स्पास्मो प्रॉक्सीवान कैप्सूल के सैंपल भी भरे। स्पास्मो प्रॉक्सीवान कैप्सूल नशेड़ियों के बीच नीले कैप्सूल के रूप में जाना जाता है।

रिकॉर्ड को लेकर बनाए तरह-तरह के बहाने
जांच के दौरान व्यापारियों ने रिकॉर्ड को लेकर तरह-तरह के बहाने बताए। किसी भी दुकान पर दवा बिक्री का पूरा रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं था। किसी ने रिकॉर्ड ज्यादा होने पर घर में रखा होने की बात कही तो किसी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास होने की बात कही। मगर टीम ने किसी के बहाने नहीं सुने। बृहस्पतिवार तक रिकॉर्ड पेश करने की बात कही।

कोल्ड चेन एवं एक्सपायर दवाओं की भी हुई जांच
जांच के दौरान टीम ने एजेंसियों के रेफ्रिजरेटर एवं ठंडे में रखी जाने वाली दवाइयों की भी जांच की। जांचा गया कि इन दवाइयों की कोल्ड चेन मेंटेन की गई है या नहीं। इसके अलावा एक्सपायर दवाओं का स्टॉक भी चेक किया गया।

पूजा रोडलाइंस पर फेंसिडिल सीरप के 347 गत्ते फ्रीज
ड्रग विभाग की टीम किला स्थित ट्रांसपोर्ट कंपनी पूजा रोडलाइंस पर भी पहुंची। कंपनी से जुड़े किशनलाल ने बताया कि पिछले दिनों छापेमारी के दौरान दिल्ली क्राइम ब्रांच उनका सारा रिकॉर्ड ले गई है। इसके चलते वह रिकॉर्ड नहीं उपलब्ध करा पा रहे हैं। इस पर टीम ने उनके यहां पड़े फेंसिडिल सीरप के 347 गत्ते का स्टॉक फ्रीज कर दिया। वहां से ही जानकारी मिली कि वह शहर में 11 एजेंसियों को यह दवाई सप्लाई करता है। उसके इनपुट के आधार पर ही बुधवार को शास्त्री मार्केट में कार्रवाई की गई। बता दें कि पूजा रोड लाइंस पर दिल्ली की क्राइम ब्रांच और केंद्रीय नारकोटिक्स की टीम ने छापा मारा था। यह कार्रवाई फेंसिडिल सीरप की अवैध बिक्री को लेकर की गई थी।

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